




भारत की जवाबी कार्रवाई में जान गंवाने वाले पाक सेना के जवानों को शहबाज शरीफ सरकार 1 करोड़ से 1.8 करोड़ रुपये तक का मुआवजा देगी, जो उनकी रैंक पर निर्भर करेगा.
आतंकवाद पर पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब हुआ है. इतनी तबाही के बाद भी उसको चैन नहीं. पाक सरकार ने आतंकी ठिकानों को फिर से बसाने का ऐलान किया है. पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने घोषणा की है कि ऑपरेशन सिंदूर में ध्वस्त आतंकी ठिकानों फिर से बनाया जाएगा, साथ ही मारे गए आतंकियों के परिवारों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और घायलों को 10 लाख से 20 लाख पाकिस्तानी रुपये देने का भी ऐलान किया गया है. इस ऐलान से पाकिस्तान की असलियत पूरी दुनिया के सामने आ गई है कि वह आतंकी संगठनों और आतंकवादियों के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लंबा चौड़ा पोस्ट किया, जिसमें आतंकियों के लिए मुआवजे और उनके ठिकानों को फिर से बनवाने की घोषणा की गई है. 6-7 मई की दरमियानी रात को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक निशाना कर तबाह कर दिया था. इनमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के टेरेरिस्ट कैंप शामिल हैं. इन्हीं आतंकी ठिकानों में भारत के खिलाफ टेरेरिस्ट अटैक की प्लानिंग की जाती थी.
ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर के परिवार के 14 आतंकी ढेर हुए हैं इसलिए उसके परिवार को पाक सरकार 14 करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर देगी. पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का कहना है कि ये सरकार की जम्मेदारी है कि हमलों में मारे गए लोगों के घर बनवाएं और उनके बच्चों का ख्याल रखा जाए और सरकार ये जिम्मेदारी पूरी करेगी. सरकार सभी घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाएगी. शहबाज शरीफ जिन लोगों की बात कर रहे हैं, ये सभी आतंकी थे, जो भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की साजिश रचते थे.