




कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित टिप्पणी के मामले में एमपी के कैबिनेट मंत्री विजय शाह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. मंत्री से जुड़ा एक नया मामला सामने आया है.
मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए गए विवादित बयान को लेकर बुरे फंसे हैं. मंत्री पर एफआईआर दर्ज होने के बाद हो रहे चौतरफा हमलों के बीच इंदौर से एक बड़ी खबर सामने आई है.
इंदौर में आयोजित एक कार्यशाला में होर्डिंग्स पर लगे मंत्री विजय शाह की मुस्कुराते हुए फोटो को आनन फानन में छुपा दिया गया. उनके फोटो के स्थान पर पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो लगाई गई. इस दौरान फोटो लगाने वाले जिम्मेदारों को जमकर फटकार भी पड़ी, जिससे यहां मौजूद अधिकारी अलग-बगल झांकने लगे.
पोस्टर में लगाई गई पीएम मोदी की फोटो
दरअसल कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित टिप्पणी कर मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री विजय शाह ने खुद को संकट में डाल दिया है. इस मामले में हाई कोर्ट के निर्देश पर मंत्री पर एफआईआर दर्ज होने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. उन्हें हर जगह विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
इस बीच इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के फीनिक्स हॉल में आयोजित मंत्री के विभाग की कार्यशाला में मंत्री विजय शाह के फोटो होर्डिंग्स पर देख इंदौर संभाग के संभागायुक्त दीपक सिंह ने मौजूद अफसरों पर नाराजगी जताई. इसके बाद आनन फानन में मंत्री विजय शाह के फोटो होर्डिंग्स से छुपा दी गई और उनकी फोटो पर पीएम मोदी के फोटो लगाए गए.
प्रोटोकाल को तोड़ा गया?
ध्यान देने वाली बात यह है कि मंत्री शाह के फोटो को छुपाने के चक्कर में अधिकारियों ने पीएम नरेंद्र मोदी के फोटो का सहारा तो लिया लेकिन अधिकारी ये भूल गए कि वो ऐसा कर प्रोटोकाल को तोड़ रहे हैं. मंत्री शाह के फोटो पर पीएम नरेंद्र मोदी का चस्पा करने से मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव जस की तस पहले क्रम बने रहे और प्रधानमंत्री दूसरे क्रम पर पहुंच गए. मतलब एक गलती को छुपाने के लिए अफसर दूसरी गलती कर गए.