




ट्रंप ने दिए चीन दौरे के संकेत, शी जिनपिंग से मुलाकात के लिए ‘तैयार’.
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ती कूटनीतिक नजदीकियों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार साफ इशारा दिया है कि वे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने दिए इंटरव्यू में 16 मई को ट्रंप ने कहा:“निश्चित रूप से, मैं शी जिनपिंग से मिलना चाहूंगा। अमेरिका-चीन संबंध बेहद अहम हैं।”
टैरिफ वॉर में ठहराव से सुधर रहे हैं रिश्ते
ट्रंप के बयान से पहले ही यह स्पष्ट था कि दोनों देशों के संबंधों में धीरे-धीरे सुधार की बयार चल रही है:
अमेरिका ने चीनी आयात पर टैरिफ 145% से घटाकर 30% कर दिया।
चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ 10% कर दिया।
यह 90 दिन का अस्थायी समझौता ट्रंप के पहले कार्यकाल के विवादित टैरिफ युद्ध को शांत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
ट्रंप का मध्य पूर्व दौरा: चीन को दूर रखने की रणनीति
हाल ही में ट्रंप ने सऊदी अरब, कतर, और यूएई का दौरा किया, जहां उन्होंने इन देशों के अमेरिका के साथ रिश्ते मजबूत करने की बात की।
“ये देश चीन की ओर झुक रहे थे, लेकिन हमने उन्हें रोक लिया,” ट्रंप ने कहा।
इसका साफ संकेत यह है कि ट्रंप मध्य पूर्व को चीन के प्रभाव से बचाए रखना चाहते हैं, लेकिन एशिया में चीन से सीधी डिप्लोमेसी के लिए खुद तैयार हैं।
चीन दौरे की क्या है संभावनाएं?
ट्रंप का यह बयान दूसरे कार्यकाल की विदेश नीति का हिस्सा माना जा सकता है।
ट्रंप पहले भी कह चुके हैं कि वह शी जिनपिंग से फोन पर बात करने की संभावना देखते हैं।
आने वाले महीनों में बाइडेन विरोध और चीन से डीलिंग उनकी रणनीति का हिस्सा बन सकती है।