




गरीबी से अमीरी तक की कहानी समेटे है यह घर।
क्या आप मुकेश अंबानी के उस घर को देखना चाहते हैं जहां उनका बचपन बीता था? अगर हां, तो महज 2 रुपये का टिकट लेकर आप इस सपने को सच कर सकते हैं। गुजरात के चोरवाड़ में स्थित यह घर आज एक संग्रहालय बन चुका है, जिसे अब धीरूभाई अंबानी मेमोरियल हाउस कहा जाता है।
100 करोड़ की संपत्ति में बदल गया साधारण घर
१. यह घर लगभग 100 साल पुराना है और इसकी मौजूदा कीमत लगभग ₹100 करोड़ आंकी गई है।
२. यहीं मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी और उनके भाई-बहन अपने माता-पिता के साथ रहते थे।
३. यह घर अब भी अंबानी परिवार की संवेदनशील यादों और संघर्ष की कहानी को जीवंत करता है।
गुजराती वास्तुकला की मिसाल
१. घर को गुजराती शैली में बनाया गया है और यह करीब 1.2 एकड़ में फैला है।
२. यह दो मंजिला भवन है, जिसमें आंगन, वृंदावन, और मध्य बगीचा मौजूद हैं।
३. खिड़कियों पर लकड़ी की नक्काशीदार कलाकारी देखने लायक है।
४. यह संपत्ति मुकेश अंबानी के दादा हीराचंद गोर्धनभाई अंबानी की थी।
अब बना है संग्रहालय – आम जनता के लिए खुला
१. 2011 में इस घर को संग्रहालय में बदला गया।
२. संग्रहालय दो भागों में विभाजित है: एक हिस्सा अंबानी परिवार के लिए आरक्षित है, जहां मुकेश अंबानी की मां कोकिलाबेन अंबानी आती-जाती हैं।
३. दूसरा भाग जनता के लिए खुला है, जिसमें धीरूभाई अंबानी के फोटो, पुरस्कार और निजी वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं।
आधुनिक सुविधाएं लेकिन विरासत बरकरार
१. इंटीरियर को प्रसिद्ध डिज़ाइन कंपनी Amitabh Teotia Designs ने रेनोवेट किया है।
२. घर में सोलर लाइटिंग, सागवान की लकड़ी, और विंटेज फर्नीचर आज भी मौजूद हैं।
३. रिनोवेशन में इस बात का खास ध्यान रखा गया कि पुराने समय की सादगी और भावनाएं बरकरार रहें।
कब और कैसे जाएं?
१. यह संग्रहालय मंगलवार से रविवार तक सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है।
२. सोमवार और सरकारी छुट्टियों को बंद रहता है।
३. प्रवेश शुल्क मात्र ₹2 है।
4. यहाँ पर अंबानी परिवार की जीवन गाथा पर आधारित पुस्तकें और यादगार वस्तुएं भी खरीदी जा सकती हैं।
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