




यूक्रेन के FPV ड्रोन हमले में रूस के 41 विमान तबाह, ऑपरेशन स्पाइडर्स वेब बना रूस के लिए अभूतपूर्व तबाही का कारण।
नई दिल्ली, 2 जून 2025: रविवार को यूक्रेन द्वारा किए गए एक सुनियोजित ड्रोन हमले ने रूस की सैन्य ताकत को भारी झटका दिया है। ऑपरेशन स्पाइडर्स वेब नामक इस मिशन में यूक्रेन ने केवल 116 सस्ते FPV (First Person View) ड्रोन्स का इस्तेमाल कर रूस के पांच प्रमुख एयरबेस को निशाना बनाया। इस हमले में रूस को करीब 7 बिलियन डॉलर (भारतीय मुद्रा में ₹5,97,73,93,49,900) का नुकसान हुआ है।
कैसे हुआ हमला?
यूक्रेन की खुफिया एजेंसी SBU (सेक्योरिटी सर्विस ऑफ यूक्रेन) ने 18 महीनों तक इस हमले की योजना बनाई। रूस की सीमा के 4000 किमी भीतर लकड़ी के बॉक्स में छिपाकर ट्रकों के ज़रिए ये ड्रोन पहुंचाए गए। हमले की रात इन डिब्बों की छत खुली और 116 ड्रोन्स एक साथ उड़ान भरते हुए रूसी वायुसेना के TU-95, TU-22M3, और A-50 विमानों पर टूट पड़े।
रूस को कितना नुकसान?
एसबीयू के अनुसार, इस हमले में 41 रूसी विमान या तो पूरी तरह नष्ट हो गए या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुए। इनमें से अधिकांश विमान रणनीतिक बमवर्षक और कमांड एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट थे, जिनकी कीमत अरबों डॉलर में है।
ड्रोन की कीमत क्या थी?
FPV ड्रोन्स की कीमत सामान्यत: करीब $1200 यानी लगभग ₹1,02,482 प्रति ड्रोन होती है। इस लिहाज से 116 ड्रोन्स की कुल लागत मात्र ₹1.18 करोड़ रही – जबकि रूस को पहुंचाया गया नुकसान ₹5.97 खरब से अधिक है।
FPV ड्रोन्स क्या हैं?
FPV ड्रोन्स एक छोटे आकार की फ्लाइंग मशीन होती हैं, जिनमें आगे की तरफ कैमरा लगा होता है। ऑपरेटर इसे विशेष चश्मे के जरिए रियल-टाइम में नियंत्रित करता है। युद्ध में इन ड्रोन्स में विस्फोटक भरकर दुश्मन के टारगेट पर सटीक हमला किया जाता है। पहले इन्हें केवल रेसिंग और मनोरंजन के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
कहां हुए हमले?
यूक्रेनी हमले से रूस के मुरमंसक, इकुत्सक, इवानोवो, रियाजन और अमुर एयरबेस प्रभावित हुए हैं। रूस ने हमलों की पुष्टि की है लेकिन इवानोवो, रियाजन और अमुर पर हमला विफल करने का दावा किया है।
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