




जयपुर में जनसुनवाई के दौरान शिक्षक ने मंत्री को ₹5,000 रिश्वत देने का किया प्रयास, पुलिस ने लिया हिरासत में।

जयपुर,राजस्थान: राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को जनसुनवाई के दौरान ₹5,000 की रिश्वत देने की कोशिश की गई। बांसवाड़ा जिले के सरकारी स्कूल में कार्यरत एक शिक्षक चंद्रकांत वैष्णव को इस मामले में पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
यह पूरा घटनाक्रम जयपुर के सिविल लाइंस स्थित शिक्षा मंत्री के आवास पर आयोजित जनसुनवाई के दौरान घटित हुआ। जानकारी के अनुसार, शिक्षक चंद्रकांत वैष्णव ने एक आवेदन पत्र के साथ मिठाई का डिब्बा और एक लिफाफा शिक्षा मंत्री को सौंपा। लिफाफे में ₹5,000 नकद राशि रखी गई थी। जब मंत्री ने लिफाफा खोला, तो उन्हें शक हुआ और उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुँची और शिक्षक को हिरासत में लिया गया।
शिक्षक चाहता था समिति में शामिल होना
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चंद्रकांत वैष्णव वर्तमान में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, बुधा, घाटोल ब्लॉक, बांसवाड़ा में पदस्थापित हैं। बताया जा रहा है कि वह राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (RSCERT) की पाठ्यक्रम समिति में शामिल होना चाहता था। इसी उद्देश्य से उसने यह रिश्वत देने का प्रयास किया।
शिक्षा मंत्री का सख्त रुख
इस घटना को लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि, “सरकारी तंत्र में रिश्वत के लिए कोई स्थान नहीं है। योग्यता और ईमानदारी के आधार पर ही कार्य किया जाएगा, न कि पैसों के दम पर।”
मंत्री ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी दी कि ऐसी किसी भी अनैतिक गतिविधि को सख्ती से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस कर रही है जांच
पुलिस ने शिक्षक से पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि वह पुस्तक लेखन प्रक्रिया में स्वयं को शामिल कराने के लिए यह अनैतिक प्रयास कर रहा था। इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
यह घटना राज्यभर में चर्चा का विषय बनी हुई है और एक बार फिर यह सवाल खड़ा हो गया है कि शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में इस प्रकार के अनैतिक प्रयासों को कैसे रोका जाए।
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