




हरियाणा के गांव से निकली पुष्पलता यादव ने मां होने की जिम्मेदारी निभाते हुए UPSC CSE में हासिल की ऑल इंडिया रैंक 80।
नई दिल्ली, जून 2025: पुष्पलता यादव की सफलता सिर्फ एक रैंक नहीं, बल्कि मातृत्व, संघर्ष और आत्मविश्वास की प्रतीक है।
हरियाणा के रेवाड़ी जिले के एक छोटे से गांव से निकलकर UPSC जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 80 हासिल करने वाली पुष्पलता यादव ने यह साबित कर दिया कि सपनों की ऊंचाई बच्चे की लोरी से भी ऊपर पहुंच सकती है।
गांव से शुरू हुई सफलता की उड़ान
पुष्पलता हरियाणा के खुसपुरा गांव की रहने वाली हैं। गांव के स्कूल से पढ़ाई की, फिर साइंस में ग्रेजुएशन और MBA की पढ़ाई पूरी की। एक प्राइवेट जॉब से शुरुआत हुई, लेकिन दिल में था कुछ बड़ा करने का सपना।
बैंकिंग से अफसर बनने का सफर
प्राइवेट नौकरी के साथ उन्होंने बैंकिंग परीक्षाओं की तैयारी की और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में असिस्टेंट मैनेजर बनीं। लेकिन UPSC का सपना अब भी ज़िंदा था। इसी जुनून के चलते उन्होंने नौकरी छोड़ दी और UPSC की ओर रुख किया।
मां बनीं, पर सपना नहीं भूलीं
शादी के बाद एक बेटे की मां बनना उनके जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा था, लेकिन यही सबसे कठिन भी।
बच्चे की देखभाल के साथ पढ़ाई करना आसान नहीं था, लेकिन पति और परिवार का समर्थन उनके लिए ऊर्जा का काम करता रहा।
सुबह 4 बजे की पढ़ाई और संघर्ष का सफर
१. सुबह 4 बजे उठना
२. बेटे की देखभाल, घर के काम
३. दोपहर और रात में पढ़ाई
४. दो असफल प्रयासों के बावजूद नहीं टूटीं
तीसरे प्रयास में रचा इतिहास
साल 2017 में अपने तीसरे प्रयास में UPSC CSE में AIR 80 हासिल कर पुष्पलता ने खुद को और अपने परिवार को गौरवान्वित किया। उनकी यह सफलता हर उस महिला के लिए मिसाल है जो दोहरी जिम्मेदारियों के बीच भी अपने सपनों से समझौता नहीं करती।
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