




सुबह की तेज़ शुरुआत के बाद बाजार दिनभर डगमगाया, भू-राजनीतिक तनाव और मुनाफावसूली के चलते सेंसेक्स और निफ्टी की चमक फीकी पड़ी।
ओपनिंग शानदार, लेकिन क्लोजिंग फीकी
शेयर मार्केट अपडेट: भारतीय शेयर बाजार ने 24 जून 2025 को जोरदार तेजी के साथ शुरुआत की थी। सेंसेक्स ने दिन का आगाज़ 82,534.61 पर किया और इंट्राडे हाई 83,018 तक पहुँच गया — यानी करीब 1,100 अंकों की तेजी। लेकिन बाजार इस तेजी को संभाल नहीं सका और अंत में सिर्फ 158 अंक की मामूली बढ़त के साथ 82,055.11 पर बंद हुआ।
निफ्टी 50 ने 25,179.90 पर ओपनिंग ली और दिन के दौरान 25,317.70 तक पहुंचा, लेकिन बाद में गिरकर 24,999.70 तक लुढ़क गया। आख़िरी घंटों की खरीदारी से यह 25,044.35 पर बंद हुआ।
इजरायल-ईरान संघर्ष की फिर से चिंता
१. बाजार की इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह रही इजरायल-ईरान संघर्ष के फिर से उभरने की खबरें।
२. इजरायल ने सीजफायर तोड़ने का आरोप लगाते हुए जवाबी सैन्य कार्रवाई के निर्देश दिए।
३. इजरायली रक्षा मंत्री ने दावा किया कि ईरान ने मिसाइलें दागीं।
४. ईरान ने इन आरोपों को खारिज किया।
इस घटनाक्रम ने बाजार में अचानक अनिश्चितता और डर का माहौल बना दिया, जिससे निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी।
मिडकैप और स्मॉलकैप में हल्की राहत
हालांकि बड़ी कंपनियों के शेयर दबाव में रहे, लेकिन BSE मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक थोड़ी मजबूती के साथ बंद हुए:
मिडकैप: 0.56% की बढ़त
स्मॉलकैप: 0.71% की बढ़त
क्रूड ऑयल और रुपए पर नजर
भू-राजनीतिक तनाव के बीच क्रूड ऑयल की कीमतें अस्थिर बनी हुई हैं। हालांकि, सोमवार को ब्रेंट क्रूड में लगभग 4% की गिरावट देखी गई, लेकिन यदि संघर्ष गहराता है तो फिर से दाम बढ़ सकते हैं।
भारत जैसे तेल आयातक देश के लिए यह चिंता की बात है क्योंकि इससे:
१. व्यापार घाटा बढ़ सकता है
२. महंगाई का खतरा बढ़ सकता है
३. रुपये पर दबाव और कॉरपोरेट मुनाफे में गिरावट आ सकती है
विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
विश्लेषकों का कहना है कि जब तक इजरायल-ईरान संकट पूरी तरह खत्म नहीं होता, बाजार इसी तरह उलझन और उतार-चढ़ाव से गुजरता रहेगा। निवेशकों को सतर्कता और लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने की सलाह दी जा रही है।
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