




ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने ट्रंप और इजरायल को आड़े हाथों लिया, कहा – ‘हमारी मिसाइलों से बचने के लिए अमेरिका के पास भागना पड़ा’.
तनावपूर्ण रिश्तों के बीच ईरान का तीखा हमला
ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु समझौते को लेकर चल रही तनातनी अब और तेज़ हो गई है। इस बार ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल दोनों पर सीधा हमला बोला है।
शनिवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर अराघची ने लिखा कि “इजरायल को हमारी मिसाइलों से बचने के लिए ‘डैडी’ अमेरिका के पास भागना पड़ा।” उन्होंने ट्रंप को सलाह दी कि अगर अमेरिका वास्तव में परमाणु समझौता चाहता है, तो उसे ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग बंद करना होगा।
ईरानी विदेश मंत्री ने दी चेतावनी
अब्बास अराघची ने आगे लिखा:“ईरान के महान और ताकतवर लोगों ने यह दिखा दिया है कि इजरायली शासन हमारी मिसाइलों से डर गया है। अगर कोई फिर से गलती करता है या भ्रम में रहता है, तो ईरान अपनी असली ताकत दिखाने से पीछे नहीं हटेगा।”
उन्होंने कहा कि ईरानी जनता किसी भी धमकी या अपमान को स्वीकार नहीं करती और देश की सुरक्षा के लिए हर स्तर तक जाने को तैयार है।
परमाणु समझौते की बातचीत फिर से बंद
यह बयान ऐसे वक्त आया है जब ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु समझौते पर बातचीत दोबारा शुरू हो रही थी।
हालांकि, 13 जून 2025 को इजरायल द्वारा ईरान पर मिसाइल हमले के बाद यह बातचीत अचानक रुक गई। ईरान का आरोप है कि यह हमला अमेरिका की जानकारी में था और इसने बातचीत के माहौल को पूरी तरह बिगाड़ दिया।
ईरान का सीधा संदेश ट्रंप को
अराघची ने ट्रंप को चेतावनी देते हुए कहा: “अगर अमेरिका ईरान के साथ कोई समझौता करना चाहता है, तो उसे अपमानजनक बर्ताव बंद करना होगा। अयातुल्ला खामेनेई के खिलाफ भाषा का स्तर गिराना किसी भी डिप्लोमैटिक समाधान को असंभव बना देता है।”
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