




क्रूड ऑयल की कीमतों में नरमी और मिडिल ईस्ट तनाव में कमी के चलते रुपये को मिला सहारा, डॉलर सूचकांक भी कमजोर पड़ा।
सोमवार को भारतीय रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूती दिखाई है। इंटरबैंकिंग फॉरेन करेंसी एक्सचेंज में शुरुआती कारोबार के दौरान रुपया 6 पैसे चढ़कर 85.44 प्रति डॉलर पर खुला। शुक्रवार को रुपया 85.50 के स्तर पर बंद हुआ था, जिससे यह बढ़त बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत मानी जा रही है।
रुपये की मजबूती के पीछे कारण
मिडिल ईस्ट में तनाव में कमी:
ईरान और इजरायल के बीच संघर्षविराम की खबरों ने वैश्विक बाजार में राहत दी है।
क्रूड ऑयल की कीमत में गिरावट:
इंटरनेशनल ब्रेंट क्रूड 0.18% फिसलकर 67.65 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जिससे भारत जैसे आयातक देशों की करेंसी को सहारा मिला।
डॉलर सूचकांक में गिरावट:
6 प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.15% गिरकर 97.25 पर आ गया है।
शेयर बाजार की चाल
१. हालांकि रुपये में मजबूती देखी गई, लेकिन भारतीय शेयर बाजार में गिरावट रही:
२. सेंसेक्स: शुरुआती कारोबार में 249.03 अंक गिरकर 83,809.87 पर
३. निफ्टी: 66.90 अंक गिरकर 25,570.90 पर
४. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शुक्रवार को बाजार में 1,397.02 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जिससे बाजार में आंशिक स्थिरता बनी रही।
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