




टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर संजय बांगर की ट्रांसजेंडर बेटी अनाया बांगर का साहसी कदम, ट्रांसफॉर्मेशन के दौरान भावुक होकर शेयर की अपनी सच्ची कहानी।
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज और पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर की ट्रांसजेंडर बेटी अनाया बांगर ने अपनी ट्रांसफॉर्मेशन यात्रा में एक और बड़ा कदम उठाया है। 2 जुलाई 2025 को उन्होंने दो महत्वपूर्ण सर्जरी करवाईं — ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन और ट्रेकियल शेव। इस प्रक्रिया के दौरान अनाया इतनी भावुक हो गईं कि उनके आंसू छलक पड़े।
उन्होंने अपनी इस इमोशनल जर्नी को 7 मिनट के एक यूट्यूब वीडियो में साझा किया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में अनाया अपनी अब तक की संघर्षपूर्ण यात्रा को याद करते हुए फूट-फूटकर रोती नजर आईं।
कौन-कौन सी सर्जरी करवाई अनाया ने?
अनाया बांगर ने 2 जुलाई को दो प्रमुख सर्जरी करवाईं, जिनका मकसद उनके शरीर को और अधिक महिला स्वरूप में ढालना था:
१. ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन: इस सर्जरी के जरिए उनके शरीर में स्तनों का निर्माण किया गया ताकि उनका फिजिकल अपीयरेंस पूरी तरह से महिला जैसा दिख सके।
२. ट्रेकियल शेव: इस प्रक्रिया में गले की एडम्स एप्पल (ट्रेकिया) को छोटा या नरम किया जाता है ताकि गले की बनावट और आवाज महिला जैसी लगे।
३. इन दोनों प्रक्रियाओं से अनाया का आत्मविश्वास और आत्म-स्वीकार्यता और मजबूत हो गई है।
जेंडर चेंज सर्जरी में कितना खर्च आया?
हालांकि अनाया बांगर ने खुद अपनी सर्जरी की लागत का खुलासा नहीं किया है, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार:
१. ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन सर्जरी का खर्च करीब 3.5 लाख रुपये तक होता है।
२. ट्रेकियल शेव सर्जरी पर 2.5 से 6.5 लाख रुपये तक खर्च आता है।
यानी अनुमान के मुताबिक, अनाया ने इन दोनों सर्जरी पर लगभग 8 से 10 लाख रुपये तक खर्च किए होंगे। और आगे की जर्नी में उन्हें कुछ और सर्जरी भी करानी हैं, जिसका उन्होंने वीडियो में जिक्र किया है।
ऑपरेशन से पहले फूट-फूटकर रोईं अनाया
यूट्यूब पर शेयर किए गए वीडियो में अनाया ऑपरेशन से पहले अपनी जर्नी को याद कर बेहद भावुक हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि यह सफर उनके लिए कितना चुनौतीपूर्ण और दर्दभरा रहा है। वीडियो में वे कुछ पल के लिए बोलते-बोलते चुप हो जाती हैं और कैमरे के सामने अपने आंसुओं को रोक नहीं पातीं।
अनाया की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणा
पहले आर्यन बांगर के नाम से पहचानी जाने वाली अनाया अब अपनी नई पहचान के साथ खुलकर जीवन जी रही हैं। इंग्लैंड से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने अपने ट्रांसफॉर्मेशन की शुरुआत की और सोशल मीडिया के जरिए दुनिया के सामने अपनी कहानी साझा की।
आज अनाया बांगर की जर्नी लाखों ट्रांसजेंडर युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी है। उन्होंने साबित कर दिया कि सामाजिक बंदिशें चाहे जितनी भी हों, अगर आत्म-स्वीकृति और साहस हो तो अपनी पहचान के साथ गर्व से जिया जा सकता है।
अनाया बांगर को सलाम!
अनाया की जर्नी न केवल व्यक्तिगत संघर्ष की कहानी है, बल्कि यह समाज में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए नई सोच और जागरूकता लाने वाला कदम भी है। उनके साहस और ईमानदारी ने उन्हें लाखों लोगों के दिलों में जगह दी है।
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