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    सागर जाधव: गांव-गांव शिक्षा का उजाला फैलाने वाला नाम, National Icon Award 2025 से सम्मानित।

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    ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए Jijamata Shikshan Prasarak Mandal को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान।

    Success Story: जहां बड़े शहरों में शिक्षा के संसाधनों की भरमार है, वहीं महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में आज भी कई बच्चे शिक्षा से वंचित हैं। लेकिन इसी ग्रामीण महाराष्ट्र की धरती से एक ऐसा नाम निकला, जिसने शिक्षा के जरिए अंधकार को रोशनी में बदल दिया। वह नाम है सागर जाधव, जिन्होंने अपनी संस्था Jijamata Shikshan Prasarak Mandal के माध्यम से सैकड़ों बच्चों की जिंदगी बदल दी।

    हाल ही में सागर जाधव को National Icon Award 2025 में ‘Outstanding NGO in Rural Education Excellence’ के खिताब से नवाजा गया है। यह पुरस्कार न केवल उनके सामाजिक योगदान का प्रमाण है, बल्कि ग्रामीण भारत की शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक बदलाव का भी प्रतीक है।

    छोटे गांव से लेकर राष्ट्रीय मंच तक का सफर
    सागर जाधव ने छत्रपति संभाजीनगर जिले के ग्रामीण इलाकों में शिक्षा का अलख जगाने के लिए Jijamata Shikshan Prasarak Mandal की शुरुआत की। जहां बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना एक सपना जैसा था, वहां उन्होंने स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर शिक्षण पद्धति तक में सुधार किए।

    उनके नेतृत्व में इस संगठन ने सैकड़ों बच्चों को शिक्षा का अवसर दिया, जिससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ा और उन्होंने बड़े सपने देखने शुरू किए।

    एक गांव, एक स्कूल, एक बदलाव
    १. Jijamata Shikshan Prasarak Mandal केवल स्कूल चलाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षा को नए तरीके से परिभाषित करता है।
    २. ग्रामीण स्कूलों का इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधारना
    ३. एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग लागू करना
    ४. बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना
    ५. टीचर ट्रेनिंग कार्यक्रम चलाना
    ६. स्कूल ड्रॉपआउट को रोकना

    इसके साथ ही, संस्था ने अभिभावकों, पंचायतों और स्थानीय युवाओं को स्कूल के विकास में भागीदार बनाकर शिक्षा के प्रति एक सकारात्मक सामाजिक माहौल तैयार किया।

    व्यक्तिगत समर्पण की मिसाल
    सागर जाधव के लिए यह कार्य सिर्फ एक सामाजिक प्रोजेक्ट नहीं बल्कि जीवन का मिशन है। खुद ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले सागर जाधव ने वहां की कठिनाइयों को समझा और उसी अनुभव से प्रेरित होकर शिक्षा को बदलाव का माध्यम बनाया।

    उन्होंने अपने संगठन के माध्यम से सेमिनार, छात्र मेंटरशिप, स्वच्छता जागरूकता और डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों के जरिए बच्चों को न केवल शिक्षित बल्कि जिम्मेदार नागरिक भी बनाया।

    सागर जाधव को सलाम
    National Icon Award 2025 में सागर जाधव का सम्मान उन सभी के लिए प्रेरणा है जो समाज में बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह साबित किया है कि एक व्यक्ति का संकल्प एक पूरी पीढ़ी की किस्मत बदल सकता है।

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