




टेक्नोलॉजी की दुनिया में मेटा (Meta) एक बार फिर बड़ा कदम उठाने जा रही है। कंपनी reportedly अपने नए Meta Hypernova Smart Glasses को सितंबर 2025 में लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इन स्मार्ट ग्लासेस की कीमत लगभग 800 डॉलर (करीब 66,000 रुपये) बताई जा रही है। यह ग्लासेस मेटा की मेटावर्स स्ट्रेटेजी और मिक्स्ड रियलिटी डिवाइसेज़ की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
Meta Hypernova क्या है?
Meta Hypernova स्मार्ट ग्लासेस एक एडवांस्ड वियरेबल डिवाइस है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और वर्चुअल रियलिटी (VR) के फीचर्स को एक साथ लाता है। यह ग्लासेस देखने में बिल्कुल सामान्य सनग्लासेस या चश्मे की तरह लगते हैं, लेकिन इनमें स्मार्ट डिस्प्ले, कैमरा, माइक्रोफोन और AI असिस्टेंट जैसी खूबियाँ दी गई हैं।
मेटा का कहना है कि यह प्रोडक्ट यूज़र्स को डिजिटल और रियल वर्ल्ड को एक साथ जोड़ने का अनुभव देगा।
संभावित फीचर्स
रिपोर्ट्स और लीक हुई जानकारियों के आधार पर इन ग्लासेस के कुछ संभावित फीचर्स इस प्रकार हैं:
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हाई-रेज़ोल्यूशन डिस्प्ले – पारदर्शी लेंस में ऑगमेंटेड डिस्प्ले की सुविधा।
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AI असिस्टेंट इंटीग्रेशन – वॉइस कमांड के ज़रिए मैसेज भेजना, कॉल करना और इंटरनेट सर्च करना।
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कैमरा और वीडियो रिकॉर्डिंग – 48MP तक का कैमरा जो फोटो और वीडियो दोनों रिकॉर्ड कर सकेगा।
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रियल-टाइम ट्रांसलेशन – अलग-अलग भाषाओं का तुरंत अनुवाद सीधे ग्लास पर दिखाना।
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हेल्थ और फिटनेस ट्रैकिंग – हार्ट रेट, कैलोरी बर्न और अन्य हेल्थ डेटा का ट्रैकिंग।
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मेटा मेटावर्स कनेक्टिविटी – सीधे मेटावर्स में एंट्री की सुविधा जिससे गेमिंग और वर्चुअल मीटिंग संभव होंगी।
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लॉन्ग बैटरी लाइफ – एक बार चार्ज करने पर 8-10 घंटे तक का बैकअप।
Meta का विज़न और मेटावर्स कनेक्शन
Meta (पहले Facebook) ने अपने रीब्रांडिंग के बाद से ही मेटावर्स पर फोकस किया है। कंपनी के CEO मार्क ज़करबर्ग कई बार कह चुके हैं कि मेटावर्स ही इंटरनेट का भविष्य है।
Meta Hypernova स्मार्ट ग्लासेस इसी विज़न का हिस्सा हैं। कंपनी चाहती है कि लोग केवल स्मार्टफोन पर सीमित न रहें, बल्कि हैंड्स-फ़्री डिजिटल अनुभव का आनंद ले सकें। यह ग्लासेस AR और VR दोनों का मिश्रण होंगे, जो वर्क, एंटरटेनमेंट और सोशल इंटरैक्शन को बदल सकते हैं।
कीमत और उपलब्धता
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कीमत: 800 डॉलर (लगभग 66,000 रुपये)
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लॉन्च डेट: सितंबर 2025
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मार्केट: शुरुआत में अमेरिका और यूरोप, उसके बाद एशियाई बाज़ारों में एंट्री।
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भारत में इसकी उपलब्धता को लेकर अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि इसे 2026 की शुरुआत में भारत लाया जा सकता है।
प्रतिस्पर्धा
Meta Hypernova का मुकाबला सीधे Apple Vision Pro, Google AR Glasses, और Microsoft HoloLens जैसे डिवाइस से होगा।
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Apple ने इस साल ही अपने Vision Pro को $3,499 की कीमत पर लॉन्च किया है।
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ऐसे में मेटा का $800 वाला Hypernova काफी सस्ता और यूज़र-फ्रेंडली विकल्प साबित हो सकता है।
संभावित फायदे
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सुलभता: अन्य हाई-एंड AR/VR हेडसेट की तुलना में सस्ता होगा।
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पोर्टेबिलिटी: हल्का और सामान्य चश्मे जैसा डिज़ाइन।
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मल्टी-टास्किंग: एक साथ कॉलिंग, मैसेजिंग, फिटनेस और एंटरटेनमेंट।
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भाषाई मदद: रियल-टाइम ट्रांसलेशन यात्रा करने वालों और छात्रों के लिए उपयोगी।
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मेटावर्स कनेक्टिविटी: गेमिंग और वर्चुअल मीटिंग्स का नया अनुभव।
चुनौतियाँ
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प्राइवेसी और सिक्योरिटी: कैमरा और AI असिस्टेंट की वजह से डेटा लीक का खतरा।
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बैटरी बैकअप: इतने सारे फीचर्स होने के कारण बैटरी लाइफ सीमित हो सकती है।
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एडॉप्शन रेट: भारतीय बाज़ार में इसकी कीमत मध्यम वर्ग के लिए अधिक हो सकती है।
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नियम और कानून: कई देशों में सार्वजनिक स्थानों पर कैमरा ग्लासेस पर बैन है।
उपभोक्ताओं की उम्मीदें
टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स का कहना है कि Meta Hypernova स्मार्ट ग्लासेस, गूगल ग्लास की असफलता से सबक लेकर बनाए गए हैं। इस बार कंपनी ने इन्हें ज्यादा स्टाइलिश, किफायती और प्रैक्टिकल बनाने की कोशिश की है।
युवाओं और टेक-सेवी उपभोक्ताओं को इससे गेमिंग, सोशल मीडिया और मेटावर्स में नए अनुभव मिल सकते हैं। वहीं प्रोफेशनल्स के लिए यह वर्चुअल मीटिंग और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने का एक बेहतरीन टूल हो सकता है।
निष्कर्ष
Meta Hypernova स्मार्ट ग्लासेस का लॉन्च टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में एक बड़ा इवेंट साबित हो सकता है। $800 की कीमत इसे बड़े पैमाने पर यूज़र्स तक पहुँचाने में मदद करेगी। अगर यह प्रोडक्ट वादों पर खरा उतरता है, तो आने वाले समय में स्मार्टफोन की तरह स्मार्ट ग्लासेस भी हर किसी के जीवन का हिस्सा बन सकते हैं।