




लखनऊ। आज से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित ‘रोज़गार महाकुंभ 2025’ ने युवाओं के चेहरे पर उम्मीद की नई किरण जगा दी है। इस मेगा इवेंट की शुरुआत प्रदेश सरकार और उद्योग विभाग के संयुक्त प्रयासों से हुई, जिसमें न केवल देश की बल्कि विदेश की नामी कंपनियाँ भी शामिल हुईं। रोजगार के अवसरों की तलाश में जुटे लाखों युवाओं के लिए यह आयोजन किसी उत्सव से कम नहीं है।
इस महाकुंभ में 100 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ भाग ले रही हैं। इन कंपनियों ने युवाओं को 50,000 से अधिक रोजगार अवसर देने की घोषणा की है। इनमें से लगभग 35,000 पद भारत में और करीब 15,000 पद विदेशों — जैसे जापान, जर्मनी, इज़राइल और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) — में उपलब्ध कराए जाएंगे।
युवाओं को स्वावलंबन और कौशल विकास पर ज़ोर
इस मेले का मुख्य उद्देश्य युवाओं को न केवल नौकरी दिलाना है, बल्कि उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए सक्षम बनाना भी है। रोजगार विभाग ने बताया कि मेले में चयनित उम्मीदवारों को कौशल विकास, ट्रेनिंग और पासपोर्ट सहायता जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
प्रदेश सरकार का मानना है कि रोजगार महाकुंभ जैसे कार्यक्रम न केवल बेरोजगारी को कम करेंगे, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा देंगे।
कौन-कौन सी कंपनियाँ कर रही हैं भागीदारी?
इस महाकुंभ में आईटी, मैन्युफैक्चरिंग, हेल्थकेयर, इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल और सर्विस सेक्टर की बड़ी कंपनियाँ शामिल हैं। इनमें कुछ नाम प्रमुख हैं:
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टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS)
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इंफोसिस
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विप्रो
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लार्सन एंड टुब्रो (L&T)
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अडानी ग्रुप
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रिलायंस इंडस्ट्रीज
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एचसीएल टेक्नोलॉजीज
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अंतरराष्ट्रीय भर्ती एजेंसियां जो जापान और यूरोप में अवसर उपलब्ध करा रही हैं।
युवाओं के लिए क्या-क्या अवसर?
रोज़गार महाकुंभ 2025 में युवाओं के लिए बहुआयामी अवसर उपलब्ध कराए गए हैं:
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आईटी और टेक्नोलॉजी सेक्टर – सॉफ्टवेयर इंजीनियर, डाटा एनालिस्ट, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स
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हेल्थकेयर – नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन, डॉक्टर और हेल्थ असिस्टेंट
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मैन्युफैक्चरिंग और इंडस्ट्री – टेक्निशियन, मशीन ऑपरेटर, क्वालिटी कंट्रोल अधिकारी
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इन्फ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन – इंजीनियर, आर्किटेक्ट और प्रोजेक्ट मैनेजर
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विदेशी अवसर – नर्सिंग, होटल मैनेजमेंट, टेक्निकल वर्कर्स और इंजीनियरिंग पेशेवरों के लिए खास अवसर
युवाओं का उत्साह देखते ही बनता है
पहले ही दिन मेले में हज़ारों की संख्या में युवा पंजीकरण कराने पहुंचे। लंबी कतारें और इंटरव्यू देने की उमंग ने माहौल को जीवंत बना दिया। कई युवाओं ने इसे अपने जीवन का ‘टर्निंग पॉइंट’ बताया।
लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र आदित्य वर्मा ने बताया –
“मैंने आईटी कंपनियों में आवेदन किया है। यह मेला हमारे जैसे छात्रों के लिए सुनहरा अवसर है। इससे हमें इंटरव्यू का अनुभव भी मिल रहा है और नौकरी का सीधा रास्ता भी।”
सुरक्षा और व्यवस्था पर प्रशासन का ध्यान
चूंकि यह आयोजन बड़े पैमाने पर हो रहा है, प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम किए हैं। स्थल पर पुलिस बल, हेल्थ कैंप, पानी और खाने की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा, उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण दोनों की सुविधा दी गई है।
‘रोज़गार महाकुंभ’ क्यों है खास?
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50,000 नौकरियों का अवसर एक ही मंच पर
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देश-विदेश की 100+ कंपनियाँ
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कौशल विकास और ट्रेनिंग
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विदेशी नौकरियों के लिए पासपोर्ट और वीज़ा सहायता
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छात्रों और नौकरी चाहने वालों के लिए मुफ्त मार्गदर्शन
सरकार की मंशा और भविष्य की योजनाएँ
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन सिर्फ शुरुआत है। आने वाले वर्षों में सरकार का लक्ष्य हर जिले में इस तरह के ‘रोज़गार महाकुंभ’ का आयोजन करना है। इसके जरिए लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में बड़ा कदम बढ़ेगा।
‘रोज़गार महाकुंभ 2025’ ने युवाओं को उम्मीद, अवसर और नई दिशा दी है। एक ओर जहां यह आयोजन बेरोजगारी की समस्या को कम करने की दिशा में कारगर है, वहीं दूसरी ओर यह राज्य और देश की आर्थिक मजबूती का भी प्रतीक है।