




भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने हाल ही में एक बयान देकर क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। उन्होंने भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर पर गंभीर आरोप लगाए हैं, आरोप लगाते हुए कि गंभीर पाखंड कर रहे हैं। जडेजा ने कहा कि यदि जसप्रीत बुमराह को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के खिलाफ एशिया कप 2025 के मैच में खेलने की अनुमति दी जाती है, तो वे हड़ताल पर जाएंगे।
जडेजा ने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क से बात करते हुए कहा, “अब UAE के खिलाफ भी तुम्हें बुमराह चाहिए?” उन्होंने गंभीर की चयन नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि बुमराह को इस मैच में खेलने दिया जाता है, तो यह उनकी पाखंडी नीति को दर्शाता है। जडेजा ने यह भी कहा कि यदि बुमराह को खेलने दिया गया, तो वे हड़ताल पर जाएंगे।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने भी गंभीर की आलोचना की है। उन्होंने गंभीर को “पाखंडी” करार देते हुए कहा कि गंभीर ने पहले कहा था कि भारत को पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलना चाहिए, लेकिन अब वे टीम के कोच हैं और पाकिस्तान के खिलाफ खेलने जा रहे हैं। तिवारी ने गंभीर से इस्तीफा देने की मांग की है।
भारत और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को दुबई में एशिया कप 2025 का मैच खेला जाएगा। इस मैच को लेकर दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के बावजूद, भारतीय टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के बाद से गंभीर की भूमिका और चयन नीति पर सवाल उठ रहे हैं।
जडेजा ने कहा कि यदि बुमराह को UAE के खिलाफ खेलने की अनुमति दी जाती है, तो वे हड़ताल पर जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि बुमराह को खेलने दिया गया, तो यह टीम के अन्य खिलाड़ियों के लिए अनुशासनहीनता का उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
इस विवाद ने भारतीय क्रिकेट जगत में एक नई बहस को जन्म दिया है। जहां एक ओर चयन नीति पर सवाल उठाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर खिलाड़ियों की अनुशासनहीनता को लेकर भी चर्चा हो रही है। अब देखना यह होगा कि इस विवाद का समाधान कैसे निकाला जाता है और भारतीय क्रिकेट टीम की आगामी रणनीति क्या होगी।