




राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने फास्ट फॉरवर्ड बटन को दबा दिया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के जयपुर दौरे ने प्रदेश के रेल नेटवर्क को नई गति और दिशा देने का वादा किया है। रेलवे मंत्री ने जयपुर और जोधपुर जैसे बड़े शहरों को जाम-फ्री बनाने का रोडमैप प्रस्तुत किया है। साथ ही, नई वंदे भारत ट्रेनें, दिल्ली-जैसलमेर ओवरनाइट एक्सप्रेस और कई अन्य परियोजनाओं का खाका भी पेश किया गया है।
जयपुर, जोधपुर और अन्य बड़े शहरों में आए दिन रेलवे फाटकों पर लगने वाले जाम से नागरिक परेशान रहते हैं। इस समस्या को लेकर रेल मंत्री ने आश्वासन दिया कि आने वाले समय में इन शहरों को फाटकों से पूरी तरह मुक्त किया जाएगा। इसके लिए रेलवे आधुनिक फ्लाईओवर और अंडरपास का नेटवर्क तैयार कर रही है।
रेल मंत्री ने कहा कि “शहरों में घंटों लगने वाले जाम की समस्या का स्थायी समाधान होगा। यह केवल रेलवे सुधार नहीं, बल्कि शहरी जीवन को सुगम बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।”
अश्विनी वैष्णव ने अपने दौरे में बताया कि राजस्थान के यात्रियों को जल्द ही नई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात मिलेगी। खासतौर पर जोधपुर-बीकानेर से वंदे भारत ट्रेन शुरू करने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। इससे मरुस्थलीय इलाकों को देश के अन्य हिस्सों से तेज और आधुनिक रेल सेवा से जोड़ा जाएगा।
वंदे भारत ट्रेनों को लेकर रेल मंत्री ने कहा कि यह “देश के हर हिस्से को हाई-स्पीड और आधुनिक सुविधाओं से जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि का हिस्सा है। राजस्थान इस दृष्टि का अहम केंद्र बनने जा रहा है।”
रेगिस्तानी इलाकों को देश की राजधानी से जोड़ने के लिए दिल्ली से जैसलमेर तक ओवरनाइट एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने का विचार भी रेलवे मंत्रालय कर रहा है। यह ट्रेन पर्यटकों और स्थानीय यात्रियों दोनों के लिए फायदेमंद होगी। खासतौर पर जैसलमेर जैसे पर्यटन केंद्रों तक रात भर का आरामदायक सफर पर्यटकों के अनुभव को और बेहतर बनाएगा।
रेल मंत्री का यह दौरा केवल रेलवे परियोजनाओं तक सीमित नहीं था। इसे भाजपा की राजनीतिक रणनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है। विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए बड़े बुनियादी ढांचा प्रोजेक्ट्स पर फोकस कर रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि राजस्थान में रेलवे सुधार की यह लहर भाजपा के लिए विकास का एजेंडा आगे बढ़ाने का माध्यम है। रेल मंत्री द्वारा घोषित योजनाओं ने स्थानीय स्तर पर पार्टी की साख को और मजबूत किया है।
नई ट्रेनों और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से प्रदेश में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण, नए ट्रैक, फ्लाईओवर और अंडरपास निर्माण से बड़ी संख्या में इंजीनियरों, मजदूरों और ठेकेदारों को काम मिलेगा।
साथ ही, पर्यटन और व्यापार में भी नई ऊर्जा आएगी। जैसलमेर, जोधपुर और बीकानेर जैसे शहर पहले से ही पर्यटन केंद्र हैं। नई रेल कनेक्टिविटी से इनकी पहुंच राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और बढ़ जाएगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राजस्थान में भाजपा विकास के बड़े वादों को ठोस योजनाओं में बदल रही है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की घोषणाओं से यह संकेत मिलता है कि आने वाले वर्षों में राजस्थान रेलवे का स्वर्णिम दौर देखने जा सकता है।
रेलवे से जुड़ी इन योजनाओं का असर सिर्फ यातायात और पर्यटन तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह प्रदेश की अर्थव्यवस्था, शहरी ढांचे और रोजगार पर भी दूरगामी असर डालेगा।
केंद्रीय रेल मंत्री का जयपुर दौरा राजस्थान के लिए कई बड़े वादों और योजनाओं से भरा हुआ था। चाहे शहरों को जाम-फ्री बनाने का वादा हो, नई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात हो या फिर दिल्ली-जैसलमेर ओवरनाइट एक्सप्रेस का विचार—इन सबने प्रदेश के नागरिकों में नई उम्मीदें जगाई हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि रेलवे इन योजनाओं को कितनी जल्दी धरातल पर उतार पाती है।