




नेपाल में चल रहे Gen-Z विरोध प्रदर्शनों के बीच भारतीय दूतावास ने मानवीय पहल करते हुए वहां फंसी भारतीय वॉलीबॉल टीम को सुरक्षित बाहर निकाला है। टीम की कप्तान उपासना गिल समेत सभी खिलाड़ियों को पोखरा से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया।
🔹 क्या है मामला?
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नेपाल में हाल के दिनों में युवा प्रदर्शनकारियों (Gen-Z Protests) ने देशभर में उग्र रूप ले लिया है।
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राजधानी काठमांडू और प्रमुख शहरों में आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई।
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इसी दौरान भारत की महिला वॉलीबॉल टीम पोखरा में फंस गई थी, जहां उन्हें टूर्नामेंट के लिए आमंत्रित किया गया था।
🔹 भारतीय दूतावास की भूमिका
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काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने तुरंत कार्रवाई करते हुए खिलाड़ियों की लोकेशन और सुरक्षा की पुष्टि की।
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स्थानीय प्रशासन के सहयोग से टीम को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
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दूतावास ने कहा कि “हम हर भारतीय नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और मुश्किल समय में अपने नागरिकों को अकेला नहीं छोड़ सकते।”
🔹 उपासना गिल का बयान
भारतीय टीम की कप्तान उपासना गिल ने राहत की सांस लेते हुए कहा –
“हमारे लिए हालात बहुत तनावपूर्ण थे। दूतावास और भारतीय अधिकारियों ने जिस तेजी से मदद की, उसके लिए हम बेहद आभारी हैं।”
🔹 नेपाल में हालात
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प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे नेपाल की वर्तमान राजनीति और आर्थिक संकट से परेशान हैं।
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कई जगहों पर सड़कों को बंद कर दिया गया, जिससे यात्रियों और विदेशी टीमों को कठिनाई का सामना करना पड़ा।
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भारत ने नेपाल यात्रा कर रहे अपने नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
नेपाल में जारी अस्थिर माहौल के बीच भारतीय दूतावास का यह कदम न केवल खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अपने नागरिकों के लिए हर हाल में तत्पर रहता है।