




बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन को दिल्ली हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि उनके व्यक्तिगत अधिकारों और गोपनीयता की सुरक्षा की जानी चाहिए। यह मामला अभिषेक की याचिका पर आधारित था, जिसमें उन्होंने सोशल मीडिया और मीडिया रिपोर्टिंग में अपने निजी जीवन को लेकर हो रहे हस्तक्षेप का उल्लेख किया था।
🔹 याचिका का कारण
अभिषेक बच्चन ने कोर्ट में दायर याचिका में कहा:
-
“मेरी निजी जिंदगी और परिवार से जुड़ी जानकारी बार-बार मीडिया और सोशल मीडिया पर फैल रही है। यह मेरे और मेरे परिवार के व्यक्तिगत अधिकारों का उल्लंघन है।”
-
याचिका में उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया कि उन्हें और उनके परिवार को अनावश्यक हस्तक्षेप और गैरकानूनी रिपोर्टिंग से सुरक्षा दी जाए।
🔹 दिल्ली हाईकोर्ट का आदेश
-
दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि सभी मीडिया संस्थान और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अभिषेक बच्चन के व्यक्तिगत जीवन को बिना अनुमति साझा करने से रोका जाए।
-
कोर्ट ने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की रिपोर्टिंग या फोटो, वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट को अभिषेक की अनुमति के बिना प्रकाशित नहीं किया जाएगा।
-
न्यायालय ने कहा कि गोपनीयता और व्यक्तिगत अधिकार का उल्लंघन गंभीर मामला है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
🔹 बॉलीवुड में बढ़ता संरक्षण का महत्व
-
पिछले कुछ सालों में बॉलीवुड सेलेब्रिटीज की प्राइवेसी और व्यक्तिगत अधिकारों की सुरक्षा को लेकर कई मामले सामने आए हैं।
-
इस फैसले को एक्टर्स और उनके परिवार के लिए मजबूत कानून और न्यायिक समर्थन के रूप में देखा जा रहा है।
-
विशेषज्ञों का मानना है कि कोर्ट का यह आदेश सोशल मीडिया पर भी सेलेब्रिटी अधिकारों की रक्षा का उदाहरण बनेगा।
🔹 अभिषेक बच्चन की प्रतिक्रिया
-
मीडिया से बातचीत में अभिषेक बच्चन ने कहा कि वे अपने फैसले से संतुष्ट हैं और उम्मीद करते हैं कि मीडिया ज़िम्मेदारी के साथ रिपोर्टिंग करेगा।
-
उन्होंने अपने फैंस से भी अपील की कि वे सोशल मीडिया पर अफवाहों और गलत खबरों से दूर रहें।
🔹 कानूनी पहलू
-
यह मामला भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार) और मीडिया के अधिकारों के बीच संतुलन को लेकर महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
-
अदालत ने स्पष्ट किया कि मीडिया की स्वतंत्रता के साथ-साथ व्यक्तिगत अधिकारों की रक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
दिल्ली हाईकोर्ट का यह फैसला न केवल अभिषेक बच्चन बल्कि बॉलीवुड और अन्य सार्वजनिक हस्तियों के लिए भी गोपनीयता की सुरक्षा का मजबूत precedent है। यह दर्शाता है कि व्यक्तिगत अधिकारों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है, और न्यायपालिका इस पर कड़ी निगरानी रखती है।