




नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुषिला कार्की के देश की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पीएम मोदी ने कार्की को बधाई देते हुए नेपाल की राजनीतिक स्थिरता और लोकतांत्रिक परंपराओं के प्रति भारत के समर्थन को दोहराया।
🔹 पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
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पीएम मोदी ने कहा, “नेपाल की जनता ने जिस विश्वास के साथ सुषिला कार्की को जिम्मेदारी दी है, वह ऐतिहासिक है। भारत नेपाल की लोकतांत्रिक आकांक्षाओं और स्थिरता में हमेशा साझेदार रहेगा।”
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उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत और नेपाल के रिश्ते सिर्फ पड़ोसी होने तक सीमित नहीं हैं बल्कि संस्कृति, धर्म और साझा विरासत पर आधारित हैं।
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पीएम ने उम्मीद जताई कि कार्की के नेतृत्व में नेपाल शांति और प्रगति की राह पर तेजी से आगे बढ़ेगा।
🔹 सुषिला कार्की का कार्यभार संभालना
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सुषिला कार्की नेपाल की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री बनी हैं।
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उन्हें राजनीतिक अस्थिरता और लगातार बढ़ते Gen Z विरोध प्रदर्शनों के बीच यह जिम्मेदारी दी गई है।
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सिंह दुर्बार (प्रधानमंत्री कार्यालय) के जल जाने के बाद वे अस्थायी तौर पर होम मिनिस्ट्री ऑफिस से शासन कार्य कर रही हैं।
🔹 भारत-नेपाल संबंधों पर असर
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विश्लेषकों का मानना है कि सुषिला कार्की का अंतरिम कार्यकाल भारत-नेपाल संबंधों में नए अवसर और चुनौतियाँ दोनों लेकर आएगा।
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भारत, नेपाल के साथ 1950 की शांति और मित्रता संधि के ढांचे को और मजबूत करने का इच्छुक है।
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पीएम मोदी की प्रतिक्रिया से साफ है कि भारत नेपाल की राजनीतिक स्थिति को लेकर सतर्क है, लेकिन सहयोग और समर्थन की नीति जारी रखेगा।
🔹 क्षेत्रीय स्थिरता का संदेश
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नेपाल में हाल के महीनों में हुई अशांति और आंदोलन ने क्षेत्रीय राजनीति पर गहरा असर डाला है।
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भारत इस समय नेपाल की स्थिरता को दक्षिण एशिया की सुरक्षा और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण मान रहा है।
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पीएम मोदी ने यह संदेश भी दिया कि भारत नेपाल की जनता और लोकतांत्रिक संस्थानों के साथ खड़ा रहेगा।
नेपाल में सुषिला कार्की का अंतरिम प्रधानमंत्री बनना ऐतिहासिक कदम है और पीएम मोदी की प्रतिक्रिया से साफ है कि भारत इसे सकारात्मक नजरिए से देख रहा है। भारत-नेपाल संबंध अब एक नए मोड़ पर हैं, जहां राजनीतिक स्थिरता और आपसी सहयोग सबसे अहम मुद्दा बने रहेंगे।