




एशिया कप 2025 का हर मैच क्रिकेट प्रशंसकों के लिए रोमांच लेकर आ रहा है। शनिवार को पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच खेले गए टी20 मुकाबले ने दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा। हालांकि, इस मैच से ज्यादा चर्चा भारत और पाकिस्तान खिलाड़ियों के बीच हुए हैंडशेक विवाद की रही, जिसने सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक बहस को जन्म दिया।
पाकिस्तान की टीम इस मुकाबले में स्पष्ट रूप से मजबूत नजर आई। बाबर आज़म और मोहम्मद रिज़वान ने पावरप्ले में तेज़ शुरुआत दी, जबकि मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने अच्छी साझेदारी निभाई। पाकिस्तान ने निर्धारित 20 ओवरों में 180 से अधिक रन बनाए।
यूएई की टीम लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो शुरुआती झटकों से उबर नहीं सकी। हालांकि, मध्यक्रम में कुछ साहसिक शॉट्स देखने को मिले, लेकिन पाकिस्तान की गेंदबाजी ने दबदबा बनाए रखा। शाहीन अफरीदी और शादाब खान की शानदार गेंदबाजी ने यूएई को ज्यादा आगे बढ़ने नहीं दिया और पाकिस्तान ने मुकाबला जीतकर अंक तालिका में अपनी स्थिति मजबूत कर ली।
मैच खत्म होने के बाद पाकिस्तान खिलाड़ियों और यूएई खिलाड़ियों के बीच सामान्य हैंडशेक हुआ। लेकिन सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा चर्चा भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए विवादित हैंडशेक एपिसोड की रही।
दरअसल, एशिया कप में भारत बनाम पाकिस्तान मैच के दौरान कुछ भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से परहेज किया था। इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा छेड़ दी। पाकिस्तान ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया, वहीं भारतीय खिलाड़ियों ने कहा कि यह देश के भावनाओं से जुड़ा मामला है और उन्हें अपने फैंस का सम्मान करना चाहिए।
पाकिस्तान और यूएई के मैच के दौरान भी दर्शकों और कमेंटेटर्स ने कई बार हैंडशेक विवाद का जिक्र किया। सोशल मीडिया पर #HandshakeRow और #AsiaCup2025 ट्रेंड करने लगे। क्रिकेट से जुड़ी वेबसाइट्स और चैनल्स ने इस मामले को लेकर विशेष चर्चाएं आयोजित कीं।
विशेषज्ञों का मानना है कि क्रिकेट जैसे खेल में ऐसी घटनाएं खिलाड़ियों के आपसी रिश्तों पर असर डाल सकती हैं। हालांकि, कई लोगों का कहना है कि खिलाड़ियों को अपने देश की भावनाओं के प्रति भी संवेदनशील होना चाहिए।
भारत में विपक्षी दलों और क्रिकेट से जुड़े दिग्गजों ने इस विवाद पर अलग-अलग राय दी। कुछ ने भारतीय खिलाड़ियों के फैसले का समर्थन किया और कहा कि पाकिस्तान की नीतियों को देखते हुए खिलाड़ियों का यह कदम जायज़ है। वहीं, कुछ नेताओं ने इसे खेल भावना पर धब्बा बताया।
पाकिस्तान की ओर से इस मामले पर बयान जारी करते हुए कहा गया कि खेल को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए और क्रिकेट “ब्रिज ऑफ पीस” की तरह काम करना चाहिए।
मैच के दौरान ही ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर दर्शकों ने जमकर अपनी राय रखी।
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कुछ फैंस ने भारतीय खिलाड़ियों की तारीफ की कि उन्होंने देश की गरिमा को प्राथमिकता दी।
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वहीं कुछ ने कहा कि खेल की असली खूबसूरती आपसी सम्मान और खेल भावना में है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
एशिया कप 2025 में पाकिस्तान और यूएई के बीच मुकाबला भले ही एकतरफा रहा हो, लेकिन चर्चा का असली केंद्र रहा भारत और पाकिस्तान के बीच का हैंडशेक विवाद। यह मामला साबित करता है कि क्रिकेट केवल खेल नहीं बल्कि भावनाओं, राजनीति और कूटनीति से भी गहराई से जुड़ा है।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एशिया कप के अगले मुकाबलों में यह विवाद और तूल पकड़ता है या फिर खिलाड़ी इसे पीछे छोड़कर केवल खेल पर ध्यान केंद्रित करते हैं।