




अमेरिका और भारत के बीच रिश्तों पर एक बार फिर चर्चा तेज हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत के साथ अपने देश की साझेदारी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी व्यक्तिगत दोस्ती और भारत-अमेरिका के संबंध अब तक के सबसे मजबूत दौर में हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से बातचीत में कहा –
-
भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक, आर्थिक और रक्षा सहयोग अभूतपूर्व स्तर पर है।
-
पीएम नरेंद्र मोदी एक “महान नेता” हैं और दोनों देशों के रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।
-
उन्होंने मोदी को “सच्चा दोस्त” बताते हुए कहा कि भारत और अमेरिका मिलकर 21वीं सदी में वैश्विक चुनौतियों का सामना करेंगे।
ट्रंप ने कहा कि भारत-अमेरिका रिश्ते केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी पर आधारित हैं।
-
अमेरिका भारत के साथ ऊर्जा, रक्षा और टेक्नोलॉजी सेक्टर में निवेश बढ़ा रहा है।
-
2024-25 में दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार 200 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है।
-
रक्षा क्षेत्र में अमेरिका भारत को P-8I नेवल एयरक्राफ्ट, अपाचे और चिनूक हेलिकॉप्टर समेत आधुनिक हथियारों की आपूर्ति कर चुका है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप का यह बयान केवल भारत-अमेरिका रिश्तों तक सीमित नहीं, बल्कि इसका संदेश चीन और पाकिस्तान जैसे देशों को भी है।
-
मोदी और ट्रंप ने पहले भी “Howdy Modi” और “Namaste Trump” जैसे ऐतिहासिक आयोजनों में मंच साझा किया था।
-
इन आयोजनों ने दुनिया को यह दिखाया कि भारत और अमेरिका लोकतंत्र और साझेदारी के मामले में एक-दूसरे के करीबी सहयोगी हैं।
ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम कर रहे हैं।
-
दोनों देशों की खुफिया एजेंसियां लगातार सूचनाएं साझा कर रही हैं।
-
पाकिस्तान की जमीन से फैल रहे आतंकी नेटवर्क पर अमेरिका भारत के साथ खड़ा है।
-
हाल ही में “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद अमेरिका ने भारत की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई की सराहना की थी।
ट्रंप ने अमेरिकी राजनीति में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के योगदान की भी प्रशंसा की।
-
उन्होंने कहा कि भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक और बिजनेस लीडर अमेरिका की तरक्की में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
-
यही वजह है कि भारत और अमेरिका के रिश्तों की बुनियाद और मजबूत होती जा रही है।
हालांकि, ट्रंप के इस बयान पर अमेरिकी विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। कुछ डेमोक्रेटिक नेताओं का कहना है कि ट्रंप भारतीय वोटरों को साधने के लिए मोदी की तारीफ कर रहे हैं।
भारत में भी विपक्षी दलों का कहना है कि विदेश नीति केवल नेताओं की दोस्ती पर नहीं बल्कि ठोस नीतियों पर टिकी होनी चाहिए।
डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान साफ करता है कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते इस समय बेहद मजबूत हैं। चाहे बात आर्थिक साझेदारी की हो, रक्षा सहयोग की या फिर वैश्विक राजनीति की, दोनों देशों की दोस्ती एक नए दौर में प्रवेश कर चुकी है। पीएम मोदी और ट्रंप की व्यक्तिगत केमिस्ट्री भी इन रिश्तों को और मजबूत कर रही है।