




पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक कार्यक्रम में बयान देते हुए कहा कि पंजाब की तरक्की और विकास में उत्तर प्रदेश (UP) और बिहार के मज़दूरों का बहुत बड़ा योगदान है। मान ने साफ शब्दों में कहा कि पंजाब की अर्थव्यवस्था को गति देने और उद्योगों को खड़ा करने में यूपी-बिहार से आए श्रमिकों की मेहनत को कोई नज़रअंदाज़ नहीं कर सकता।
भगवंत मान ने कहा कि 1970-80 के दशक से लेकर अब तक यूपी और बिहार से बड़ी संख्या में मज़दूर पंजाब आकर बसे और यहां काम कर रहे हैं।
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उन्होंने कृषि, निर्माण, उद्योग और छोटे कारखानों में अपनी मेहनत से पंजाब को आगे बढ़ाया।
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पंजाब के हर शहर—लुधियाना, अमृतसर, जालंधर से लेकर पटियाला और मोहाली तक—हर जगह यूपी-बिहार के श्रमिकों की मेहनत देखी जा सकती है।
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मान ने कहा कि पंजाब की कपड़ा इंडस्ट्री, स्टील यूनिट्स और खेती-बाड़ी की मजबूती इन्हीं मज़दूरों की मेहनत से है।
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पंजाब में हरियाली क्रांति (Green Revolution) के दौरान भी यूपी-बिहार के मजदूरों ने खेतों में दिन-रात काम किया।
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आज भी गेहूं की कटाई, धान की रोपाई और मंडियों में अनाज उठाने का काम मुख्य रूप से यही मज़दूर करते हैं।
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उद्योग जगत में भी यूपी-बिहार से आए श्रमिक बड़ी भूमिका निभा रहे हैं, खासकर लुधियाना की होजरी इंडस्ट्री और जालंधर की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री में।
मान ने कहा कि कई बार यह कहा जाता है कि बाहरी मज़दूर पंजाब के संसाधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस पर उन्होंने साफ कहा:
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“ये मज़दूर हमारे भाई हैं। इन्होंने पंजाब को अपनी मेहनत से आगे बढ़ाया है।”
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उन्होंने कहा कि मज़दूरों को सम्मान देना ही पंजाब सरकार का उद्देश्य है।
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पंजाब सरकार उनके लिए श्रमिक कल्याण योजनाओं को लागू कर रही है, जिसमें आवास, स्वास्थ्य और बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि भगवंत मान का यह बयान मज़दूर वोट बैंक को ध्यान में रखकर भी दिया गया है।
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पंजाब में लाखों की संख्या में यूपी और बिहार के लोग स्थायी रूप से बस चुके हैं।
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चुनावों में ये मज़दूर परिवार निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
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आम आदमी पार्टी (AAP) चाहती है कि मजदूर समुदाय को भरोसा दिलाकर अपने राजनीतिक आधार को और मजबूत किया जाए।
पंजाब में रह रहे यूपी और बिहार के मजदूरों ने भगवंत मान के बयान का स्वागत किया।
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उनका कहना है कि पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने उनके योगदान को सार्वजनिक मंच पर इतनी ईमानदारी से स्वीकारा है।
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मजदूर यूनियनों ने कहा कि अगर सरकार उनकी सुविधाओं और सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाती है तो इससे पंजाब और मजबूत होगा।
भगवंत मान का यह बयान पंजाब और बिहार-यूपी के मज़दूरों के बीच एक सकारात्मक संदेश लेकर आया है।
उन्होंने साफ कर दिया है कि पंजाब की पहचान और विकास की गाथा में इन मजदूरों की मेहनत अहम रही है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि पंजाब सरकार उनके कल्याण के लिए किन ठोस कदमों को ज़मीन पर उतारती है।