




मुंबई में एक महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) के पीछे एक शख्स ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से स्टॉकिंग की। आरोपी ने महिला को परेशान करने के लिए 100 सिम कार्ड बदलकर लगातार संपर्क करने की कोशिश की और उसे एयरपोर्ट और होटलों में भी पीछा किया। इस गंभीर मामले में महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और FIR दर्ज हो गई।
सोशल मीडिया पर हुई स्टॉकिंग
महिला CA ने बताया कि आरोपी ने उसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लगातार मैसेज और कॉल करके परेशान किया। शुरुआती दौर में महिला ने इसे हल्के में लिया, लेकिन जब आरोपी की गतिविधियां बढ़ीं और उसने सुरक्षा का खतरा पैदा किया, तब महिला ने गंभीर रूप से पुलिस से मदद मांगी।
पुलिस ने कहा कि आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए लगातार सिम कार्ड बदलकर महिला से संपर्क बनाए रखा। कुल मिलाकर आरोपी ने 100 सिम कार्ड बदलकर लगातार उसे परेशान किया।
एयरपोर्ट और होटलों में पीछा
महिला ने शिकायत में बताया कि आरोपी एयरपोर्ट और होटलों में भी उसकी लोकेशन ट्रैक करने और सामने आने की कोशिश कर रहा था। इससे महिला को अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता हुई।
पुलिस ने बताया कि आरोपी की यह गतिविधि सिर्फ़ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं थी, बल्कि उसने प्रत्यक्ष रूप से भी महिला के आसपास घूमकर धमकी और डर का माहौल बनाया।
FIR और पुलिस की कार्रवाई
महिला ने घटना की शिकायत मिलने के बाद मुंबई पुलिस की साइबर और क्राइम ब्रांच को सूचना दी। पुलिस ने FIR दर्ज की और तुरंत जांच शुरू कर दी।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया:
“हमने आरोपी को ट्रैक करना शुरू कर दिया है। साइबर और मोबाइल ट्रैकिंग के माध्यम से उसकी पहचान की जा रही है। महिला की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।”
पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट और IPC की धारा 354D (स्टॉकिंग), 506 (धमकी), और अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
विशेषज्ञों की राय
साइबर क्राइम विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया पर स्टॉकिंग और लगातार संपर्क बनाए रखना आज की सबसे बड़ी सुरक्षा चुनौतियों में से एक है।
विशेषज्ञ ने कहा:
“इस मामले में आरोपी ने मोबाइल सिम बदलकर और लोकेशन ट्रैकिंग करके महिला की सुरक्षा को खतरे में डाला। ऐसे मामलों में समय पर पुलिस कार्रवाई बेहद महत्वपूर्ण है।”
महिला सुरक्षा और जागरूकता
इस घटना ने यह दर्शाया कि महिलाओं को अपनी डिजिटल और भौतिक सुरक्षा के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
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सोशल मीडिया पर निजी जानकारी साझा करने में सावधानी।
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संदिग्ध कॉल और संदेशों को तुरंत ब्लॉक करना।
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पुलिस और साइबर क्राइम सेल से समय पर संपर्क करना।
महिला CA की सतर्कता और पुलिस की तत्परता ने भविष्य में गंभीर खतरे से बचाव सुनिश्चित किया।
मुंबई पुलिस की भूमिका
मुंबई पुलिस ने इस मामले में तेजी से कदम उठाते हुए:
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आरोपी का साइबर और मोबाइल ट्रैकिंग के जरिए पता लगाया।
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महिला की सुरक्षा के लिए घरेलू और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाई।
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आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की।
पुलिस का कहना है कि सभी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और महिला को सुरक्षित बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
मुंबई में महिला CA के साथ हुई स्टॉकिंग घटना यह साबित करती है कि सोशल मीडिया और मोबाइल तकनीक का गलत उपयोग गंभीर सुरक्षा खतरे पैदा कर सकता है।
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आरोपी द्वारा 100 सिम कार्ड बदलना और एयरपोर्ट व होटलों में पीछा करना महिलाओं के लिए भय और तनाव पैदा करता है।
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पुलिस की सक्रियता और FIR दर्ज करना एक सकारात्मक कदम है, जिससे महिला की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि महिला सुरक्षा, साइबर सुरक्षा और डिजिटल जागरूकता के क्षेत्र में समाज और प्रशासन को लगातार सतर्क रहना चाहिए।