




नई दिल्ली में आयोजित 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में भारतीय फिल्म उद्योग की भव्य झलक देखने को मिली। विज्ञान भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने साल 2023 में रिलीज़ हुई फिल्मों के विजेताओं को सम्मानित किया। समारोह में शाहरुख खान, रानी मुखर्जी और विक्रांत मैसी समेत कई शीर्ष कलाकार उपस्थित रहे।
समारोह की शुरुआत अत्यंत भव्य तरीके से हुई और उपस्थित दर्शक तथा कलाकार उत्साह और तालियों के साथ इसे देख रहे थे। शाहरुख खान ने समारोह में अपने भाषण के दौरान भारतीय सिनेमा की वैश्विक पहचान और उसकी विविधता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय फिल्में केवल मनोरंजन का साधन नहीं हैं, बल्कि यह सामाजिक बदलाव और संवेदनाओं को उजागर करने का माध्यम भी हैं।
रानी मुखर्जी ने महिलाओं की फिल्म उद्योग में भूमिका और सशक्तिकरण के महत्व पर बात की। उन्होंने कहा कि महिला कलाकारों की उपलब्धियां भारतीय सिनेमा को और मजबूत बनाती हैं और समाज में सकारात्मक संदेश फैलाती हैं। समारोह में विक्रांत मैसी को भी उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
साथ ही, साउथ इंडस्ट्री के महान अभिनेता मोहनलाल को उनके पूरे करियर के लिए प्रतिष्ठित दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से नवाज़ा गया। मोहनलाल ने कहा कि यह सम्मान उनके समर्पण और दर्शकों के प्यार का प्रतीक है। उन्होंने भारतीय सिनेमा के सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व पर भी अपने विचार साझा किए।
इस वर्ष के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में विभिन्न श्रेणियों में विजेताओं की घोषणा की गई। बेस्ट फिल्म, बेस्ट एक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस और कई तकनीकी श्रेणियों में शानदार फिल्मों और कलाकारों को सम्मानित किया गया। समारोह में बॉलीवुड और साउथ इंडस्ट्री के कलाकारों के साथ ही संगीतकार, निर्देशक और तकनीकी टीमों को भी पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कलाकारों और विजेताओं के बीच संवाद और उनके अनुभवों का साझा करना था। युवा निर्देशकों, कैमरा टीम और संगीतकारों को उनके योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया। आयोजकों ने कहा कि यह समारोह भारतीय सिनेमा की गुणवत्ता और नए प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने का अवसर है।
शाहरुख खान और रानी मुखर्जी के अलावा समारोह में कई अन्य बॉलीवुड सितारे भी उपस्थित रहे। उनके शानदार अंदाज और आत्मीयता ने कार्यक्रम को और यादगार बना दिया। फैंस और मीडिया दोनों ही इन सितारों के साथ उत्सव का अनुभव कर रहे थे।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह भारतीय सिनेमा में कला, तकनीक और सामाजिक संदेश को मान्यता देने के लिए आयोजित किया जाता है। 71वें समारोह ने यह साबित किया कि भारतीय फिल्म उद्योग केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह समाज और संस्कृति को जोड़ने का महत्वपूर्ण साधन है।
कुल मिलाकर, शाहरुख खान, रानी मुखर्जी और विक्रांत मैसी की उपस्थिति, मोहनलाल को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार और विभिन्न श्रेणियों में विजेताओं की घोषणा ने समारोह को भव्य और यादगार बना दिया। भारतीय सिनेमा के प्रशंसकों के लिए यह एक उत्सव जैसा अनुभव रहा।