




एशिया कप 2025 के भारत-पाकिस्तान मुकाबले में हुई देरी और विवाद के बाद क्रिकेट जगत में हलचल मची हुई है। इस विवाद पर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को कड़ी चेतावनी दी और अपनी नाराजगी जाहिर की। गावस्कर ने कहा कि किसी भी टीम या बोर्ड को मैच रोकने का अधिकार नहीं है, और प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने जैसे मामलों में उचित कार्रवाई होनी चाहिए।
गावस्कर ने इस मामले में कहा कि क्रिकेट एक पेशेवर खेल है और इसे किसी भी राजनीतिक, व्यक्तिगत या प्रशासनिक बहाने के लिए बाधित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “यदि कोई बोर्ड प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करता है या मैच शुरू होने में देरी करता है, तो इसका न केवल खेल पर प्रभाव पड़ता है, बल्कि खिलाड़ियों और प्रशंसकों के प्रति भी यह असम्मान है। ऐसे मामलों में कार्रवाई जरूरी है।”
इस मुकाबले में सबसे विवादास्पद मुद्दा हैंडशेक विवाद रहा, जिसके चलते मैच की शुरुआत में देरी हुई। गावस्कर ने इसे पूरी तरह अनुचित करार दिया। उन्होंने कहा कि दोनों बोर्डों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और खिलाड़ियों को मैदान पर ध्यान केंद्रित करने देना चाहिए।
पूर्व क्रिकेटर ने यह भी जोर दिया कि मीडिया की गैरमौजूदगी या अन्य प्रशासनिक कारणों को मैच की देरी का बहाना नहीं बनाया जा सकता। “खेल केवल खिलाड़ियों और प्रशंसकों के लिए है, इसे किसी भी बाहरी दबाव से प्रभावित नहीं होने देना चाहिए,” गावस्कर ने कहा।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की प्रतिष्ठा पर असर डालती हैं। गावस्कर ने सुझाव दिया कि भविष्य में इस तरह की स्थिति से बचने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए जाएं और सभी बोर्डों को प्रोफेशनलिज्म बनाए रखना चाहिए।
गावस्कर का बयान इस बात को भी रेखांकित करता है कि क्रिकेट का सबसे बड़ा उद्देश्य समय पर और निष्पक्ष खेल सुनिश्चित करना है, चाहे परिस्थितियां कितनी भी चुनौतीपूर्ण क्यों न हों। उन्होंने कहा कि खेल को किसी भी राजनीतिक या व्यक्तिगत विवाद से प्रभावित नहीं होना चाहिए।
इसके साथ ही गावस्कर ने यह भी कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को भी सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। इससे खिलाड़ियों, प्रशंसकों और खेल की प्रतिष्ठा को सुरक्षित रखा जा सकेगा।
कुल मिलाकर, एशिया कप 2025 का IND vs PAK मुकाबला केवल मैदान का खेल नहीं बल्कि प्रशासनिक और कूटनीतिक चुनौतियों का भी सामना रहा। गावस्कर के बयान ने यह स्पष्ट कर दिया कि किसी को भी मैच रोकने या देरी करने का हक नहीं है और सभी को खेल की प्राथमिकता को बनाए रखना चाहिए।