




छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर इन दिनों बड़े आर्थिक आयोजन का केंद्र बनी हुई है। राज्य सरकार की पहल पर आयोजित ‘छत्तीसगढ़ केयर कनेक्ट 2025’ में स्वास्थ्य और पर्यटन क्षेत्रों में ₹3,119 करोड़ के निवेश प्रस्ताव सामने आए हैं। इन निवेशों से राज्य में लगभग 7,000 नई नौकरियों के अवसर बनने की उम्मीद जताई जा रही है।
आयोजन का उद्देश्य
‘छत्तीसगढ़ केयर कनेक्ट’ का मकसद है कि राज्य को स्वास्थ्य सेवाओं और पर्यटन उद्योग में आत्मनिर्भर और आकर्षक निवेश गंतव्य बनाया जाए। मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने इस आयोजन में उपस्थित होकर निवेशकों का स्वागत किया।
सरकार का मानना है कि यदि स्वास्थ्य और पर्यटन जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में बड़े निवेश आते हैं, तो राज्य की आर्थिक और सामाजिक स्थिति मजबूत होगी।
3,119 करोड़ का निवेश प्रस्ताव
इस आयोजन के दौरान कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों ने छत्तीसगढ़ में निवेश की इच्छा जताई। स्वास्थ्य सेवाओं और अस्पतालों की श्रृंखला शुरू करने के लिए ₹1,800 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले। मेडिकल उपकरण निर्माण और हेल्थ टेक स्टार्टअप्स के लिए लगभग ₹500 करोड़ का निवेश प्रस्तावित हुआ। पर्यटन क्षेत्र, खासकर इको-टूरिज्म और हेरिटेज साइट्स पर विकास कार्यों के लिए करीब ₹819 करोड़ के प्रस्ताव सामने आए।
इन प्रस्तावों के मूर्त रूप लेने के बाद राज्य में नए अस्पताल, वेलनेस सेंटर, रिसॉर्ट और पर्यटन सुविधाएँ विकसित होंगी।
रोजगार सृजन की संभावनाएँ
राज्य सरकार का अनुमान है कि इन निवेशों से सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 7,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। स्वास्थ्य क्षेत्र में डॉक्टर, नर्स, तकनीशियन और प्रबंधन कर्मचारियों की भर्ती होगी। पर्यटन क्षेत्र में होटल प्रबंधन, गाइड, ड्राइवर, सुरक्षा और सेवा क्षेत्र से जुड़े लोगों को काम मिलेगा। स्थानीय युवाओं के लिए स्किल डेवेलपमेंट प्रोग्राम भी शुरू किए जाएंगे ताकि वे इन अवसरों का लाभ उठा सकें।
स्वास्थ्य क्षेत्र पर विशेष ध्यान
छत्तीसगढ़ अभी भी स्वास्थ्य सेवाओं में कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा सुविधाओं की कमी और आधुनिक अस्पतालों की अनुपलब्धता बड़ी समस्या रही है।
निवेश प्रस्तावों से न केवल बड़े शहरों बल्कि छोटे कस्बों में भी अस्पताल और डायग्नोस्टिक सेंटर खुलने की उम्मीद है। इससे राज्य के लाखों लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ मिलेंगी।
इसके अलावा मेडिकल उपकरण निर्माण इकाइयाँ राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेंगी और स्वास्थ्य लागत को कम करने में सहायक होंगी।
पर्यटन क्षेत्र का विस्तार
छत्तीसगढ़ प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर से भरपूर राज्य है। यहाँ के झरने, गुफाएँ, वन्यजीव और ऐतिहासिक स्थल देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं।
‘केयर कनेक्ट’ में आए निवेश प्रस्तावों से राज्य के पर्यटन बुनियादी ढांचे को मजबूती मिलेगी। नए रिसॉर्ट्स और होटल बनने से पर्यटकों को बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी। इको-टूरिज्म प्रोजेक्ट्स से प्राकृतिक स्थलों की वैश्विक पहचान बनेगी। धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को भी आधुनिक सुविधाओं से जोड़ा जाएगा।
सरकार की नीतिगत मदद
राज्य सरकार ने निवेशकों को भरोसा दिलाया है कि उन्हें कर प्रोत्साहन, भूमि आवंटन में पारदर्शिता, और ‘सिंगल विंडो सिस्टम’ की सुविधा दी जाएगी साथ ही, स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को भी इस चेन से जोड़ने की योजना है, ताकि निवेश के लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचें।
विशेषज्ञों की राय
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह निवेश प्रस्ताव वास्तविकता में बदलते हैं तो छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी। पर्यटन विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य को ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर भी ध्यान देना होगा, ताकि पर्यटक केवल रिसॉर्ट ही नहीं बल्कि राज्य की संस्कृति और परंपरा को भी अनुभव कर सकें। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का विचार है कि निवेश को ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों तक पहुँचाना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान कहा:
“छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण है। हमारी प्राथमिकता है कि स्वास्थ्य और पर्यटन दोनों क्षेत्रों में विश्व स्तरीय सुविधाएँ विकसित हों। यह निवेश राज्य को आत्मनिर्भर और युवाओं को रोजगार प्रदान करने में मदद करेगा।”
‘छत्तीसगढ़ केयर कनेक्ट 2025’ ने राज्य में विकास और निवेश की नई संभावनाओं का द्वार खोला है। ₹3,119 करोड़ के प्रस्तावों से न केवल स्वास्थ्य और पर्यटन क्षेत्रों का कायाकल्प होगा, बल्कि हजारों युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
यह आयोजन साबित करता है कि छत्तीसगढ़ अब निवेश और उद्योग जगत के लिए उभरता हुआ गंतव्य है। यदि सरकार और उद्योग मिलकर इन प्रस्तावों को हकीकत में बदलते हैं, तो आने वाले समय में छत्तीसगढ़ आर्थिक प्रगति की नई मिसाल कायम करेगा।