




नासिक ग्रामीण पुलिस ने हाल ही में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए हाईवे पर मोबाइल झपटने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के एक सदस्य साजिद खान को मध्यप्रदेश के धार जिले से गिरफ्तार किया गया है, जबकि उसके दो अन्य साथी अबू खान और रिजवान खान फरार हैं। पुलिस ने साजिद खान के पास से दो मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग ₹23,000 बताई जा रही है।
यह गिरोह नासिक जिले के विभिन्न हाईवे और कम भीड़-भाड़ वाले रास्तों पर सक्रिय था। ये अपराधी दोपहिया वाहनों पर सवार होकर आते और पैदल चल रहे लोगों या दोपहिया चालकों को टक्कर मारकर उनका ध्यान भटकाते। इसके बाद वे झपटमारी करके मोबाइल फोन, पर्स या अन्य कीमती सामान छीन लेते थे। एक ऐसी घटना में, वाडनेर भैरव क्षेत्र में एक महिला का पर्स इस गिरोह ने झपट लिया था, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
पुलिस ने तकनीकी जानकारी और स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर साजिद खान को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह और उसके साथी धार जिले के खेड़वा गांव के निवासी हैं, जो अपराध के लिए बदनाम है। यह गिरोह नासिक जिले में 4-5 दिन के लिए आता और फिर वापस लौट जाता। गिरोह के सदस्य चोरी किए गए सामान को या तो मौके पर ही बेच देते या फिर अपने गांव लौटकर बेचते थे।
नासिक ग्रामीण पुलिस और स्थानीय अपराध शाखा की संयुक्त टीम ने इस गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की और गिरोह के अन्य फरार सदस्यों की तलाश जारी है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे इस प्रकार की घटनाओं के प्रति सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
इस सफलता से न केवल नासिक जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सक्रियता का पता चलता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि अंतर्राज्यीय अपराधी गिरोहों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई कितनी प्रभावी हो सकती है। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय नागरिकों में संतोष और सुरक्षा की भावना है।
नासिक ग्रामीण पुलिस की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस प्रशासन अपराधियों के खिलाफ सक्रिय है और समय रहते कार्रवाई कर रहा है। हालांकि, जनता की जागरूकता और सहयोग से ही इस प्रकार की घटनाओं पर पूरी तरह से काबू पाया जा सकता है।