




बॉलीवुड के लोकप्रिय अभिनेता बॉबी देओल ने हाल ही में अपने बचपन से जुड़ा एक भावुक किस्सा साझा किया है। उन्होंने बताया कि किस तरह पिता धर्मेंद्र की सुरक्षा चिंताओं के चलते उन्हें घर से बाहर जाने की इजाज़त नहीं थी। कारण था — एक करीबी दोस्त का अपहरण।
बॉबी देओल ने कहा कि जब वे कॉलेज में थे, तभी उनके एक दोस्त का अपहरण हो गया था। इस घटना ने उनके परिवार को झकझोर दिया और धर्मेंद्र ने पूरे परिवार की सुरक्षा को प्राथमिकता दी। इसके चलते बॉबी को घर से बाहर निकलने तक की इजाज़त नहीं थी।
“मेरे दोस्त को बिल्ला और रंगा ने किडनैप किया था। उस घटना के बाद पापा बहुत डर गए थे। उन्होंने मुझसे कहा कि मैं बाहर नहीं जा सकता,” बॉबी ने एक इंटरव्यू में कहा।
इस डर और सुरक्षा के माहौल का असर बॉबी के पूरे बचपन पर पड़ा। उन्होंने बताया कि उन्हें साइकिल चलाना तक घर के अंदर ही सीखना पड़ा, क्योंकि उन्हें बाहर जाने की इजाज़त नहीं थी।
“मैं घर के अंदर ही साइकिल चलाया करता था। बचपन में बाहर खेलने की आज़ादी नहीं मिली,” उन्होंने जोड़ा।
बॉबी देओल ने यह भी बताया कि उनके पिता धर्मेंद्र बहुत अनुशासनप्रिय थे। वे उन्हें प्यार करते थे लेकिन वो दोस्त जैसा रिश्ता कभी नहीं बना पाए।
“पापा मुझे बहुत प्यार करते थे, लेकिन वो डर के कारण थे, दोस्त जैसे कभी नहीं लगे,” बॉबी ने कहा।
बॉबी के अनुसार, धर्मेंद्र उस दौर में फिल्मों में बेहद व्यस्त रहते थे। अक्सर रात में देर से घर आते थे या फिर सुबह जल्दी निकल जाते थे। ऐसे में बच्चों से बातचीत का समय बेहद सीमित था।
बॉबी देओल के इस इमोशनल खुलासे ने सोशल मीडिया पर भी लोगों का ध्यान खींचा। कई लोगों ने इस बात की सराहना की कि एक अभिनेता ने इतने निजी अनुभव को खुलकर साझा किया।
कुछ यूज़र्स ने लिखा कि यह दिखाता है कि सेलिब्रिटीज़ की ज़िंदगी भी आम लोगों जैसी होती है — डर, बंदिश और परिवार की चिंताओं से भरी।
बॉबी देओल की यह कहानी उनके फैंस को न सिर्फ उनके बचपन के करीब लाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि बॉलीवुड के सितारों की ज़िंदगी हमेशा आसान नहीं होती। धर्मेंद्र जैसे महान अभिनेता के बेटे होने के बावजूद, बॉबी को डर और बंदिशों में जीना पड़ा।
उनका यह खुलासा आज की पीढ़ी को यह सिखाता है कि सुरक्षा की कीमत पर स्वतंत्रता का त्याग कैसे किया जाता है, और कैसे एक परिवार अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए सख्त फैसले लेता है।