




असम के मशहूर और दिलों में बसने वाले सिंगर जुबीन गर्ग अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनका अचानक निधन न केवल संगीत प्रेमियों के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है। जुबीन गर्ग केवल एक बेहतरीन सिंगर ही नहीं थे, बल्कि समाज के लिए उनके योगदान और इंसानियत की मिसाल भी थे। उनके करीबी और म्यूजिक कंपोजर जॉय चक्रवर्ती ने बताया कि जुबीन ने अपनी 70% कमाई जरूरतमंदों को दान कर दी और अपने घर को कैंसर के मरीजों के लिए समर्पित किया था।
जुबीन गर्ग की परोपकारिता और इंसानियत
जुबीन गर्ग ने जीवन में हमेशा संगीत और समाज सेवा का संतुलन बनाए रखा। जॉय चक्रवर्ती के अनुसार, जुबीन अपने जीवन में ऐसे कदम उठाते थे जो दूसरों के लिए प्रेरणा बनते थे। उन्होंने हमेशा कहा कि सफलता केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों तक सीमित नहीं होती, बल्कि उसका असली मूल्य तब आता है जब आप समाज और जरूरतमंदों की मदद करते हैं।
जुबीन गर्ग ने अपने करियर में जो प्रसिद्धि और सम्मान प्राप्त किया, उसका एक बड़ा हिस्सा उन्होंने समाज और जरूरतमंदों की भलाई के लिए समर्पित किया। जॉय चक्रवर्ती ने बताया कि जुबीन हमेशा दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते थे और अपने व्यक्तिगत सुख-सुविधाओं से अधिक दूसरों के लिए जीवन को आसान बनाने को महत्व देते थे।
कैंसर मरीजों के लिए समर्पित घर
जुबीन गर्ग ने अपने घर को कैंसर मरीजों के लिए समर्पित किया। यह घर गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों और उनके परिवारों को सुरक्षित आवास, देखभाल और राहत प्रदान करेगा। जुबीन के इस कदम ने समाज में मानवता और करुणा की जीवंत मिसाल पेश की।
जॉय चक्रवर्ती ने बताया कि जुबीन गर्ग हमेशा इस बात को लेकर चिंतित रहते थे कि गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को पर्याप्त सुविधा और सहारा मिले। उनका यह कदम न केवल मरीजों के लिए राहत का कारण बनेगा, बल्कि समाज में सकारात्मक संदेश और प्रेरणा भी फैलाएगा।
70% कमाई जरूरतमंदों को दान
जुबीन गर्ग ने अपने जीवन में अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा जरूरतमंदों और समाज सेवा में लगाया। उनके करीबी का कहना है कि उन्होंने हमेशा अपनी आय का 70% हिस्सा समाज और जरूरतमंदों को समर्पित किया।
यह पहल यह दर्शाती है कि जुबीन गर्ग केवल संगीत के माध्यम से ही नहीं बल्कि व्यक्तिगत जीवन और मानवता के क्षेत्र में भी प्रेरणादायक थे। उनके इस कदम ने न केवल उनके प्रशंसकों बल्कि समाज के लोगों में दूसरों की मदद करने की प्रेरणा पैदा की।
अंतिम विदाई और जन सैलाब
जुबीन गर्ग के अंतिम संस्कार में उमड़े जन सैलाब ने यह दर्शाया कि उन्हें लोग कितना प्यार करते थे और अपने दिल में किस कदर बिठाया था। उनके फैंस और समाज के लोग उन्हें सिर्फ एक कलाकार नहीं बल्कि इंसानियत का प्रतीक मानते थे।
जुबीन का जीवन इस बात का प्रमाण है कि संगीत और मानवता के मेल से किसी का जीवन केवल व्यक्तिगत सफलता तक सीमित नहीं रहता, बल्कि समाज में स्थायी प्रभाव छोड़ता है।
जुबीन की संगीत और समाज सेवा का संगम
जुबीन गर्ग ने अपने करियर में कई हिट गाने दिए और मंच पर अपने प्रदर्शन से लोगों के दिलों को छुआ। लेकिन उनकी समाज सेवा और परोपकारिता ने उन्हें और भी विशेष बना दिया।
विशेषज्ञों का कहना है कि जुबीन गर्ग की यह पहल यह दिखाती है कि एक कलाकार केवल मंच पर चमकने के लिए नहीं होता, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव और जरूरतमंदों की मदद के लिए भी प्रतिबद्ध होता है।
करीबी का संदेश और प्रेरणा
जॉय चक्रवर्ती ने कहा, “जुबीन गर्ग हमेशा दूसरों की भलाई को प्राथमिकता देते थे। उनका जीवन इस बात का उदाहरण है कि सफलता का असली माप दूसरों की मदद और समाज सेवा में है।”
उनकी यह इंसानियत और दान भावना आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा और आदर्श बनी रहेगी। जुबीन गर्ग ने साबित किया कि संगीत और मानवता का मेल समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
जुबीन गर्ग केवल एक मशहूर सिंगर ही नहीं थे, बल्कि उन्होंने समाज और जरूरतमंदों के लिए अपने जीवन को समर्पित किया। उनके 70% कमाई का दान और कैंसर मरीजों के लिए घर समर्पण उनकी परोपकारिता और इंसानियत की मिसाल है।
उनकी यह कहानी यह सिखाती है कि संगीत और समाज सेवा का संगम इंसानियत को नई दिशा दे सकता है। जुबीन गर्ग का जीवन और योगदान हमेशा लोगों के दिलों में प्रेरणा और आदर्श बनकर रहेगा।