




नोएडा और देहरादून के बीच नई इलेक्ट्रिक बस सेवा का शुभारंभ कर दिया गया है, जो यात्रियों के लिए तेज, सुविधाजनक और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन विकल्प प्रदान करेगी। यह पहल न केवल उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि देश में हरित और टिकाऊ परिवहन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है।
इस सेवा की घोषणा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 में की गई, जहां बस की सुविधाओं और टिकट प्राइस की जानकारी भी दी गई। व्यापारिक और पर्यटन क्षेत्र के विशेषज्ञों ने इस नई पहल की सराहना की और इसे क्षेत्रीय आर्थिक और पर्यावरणीय विकास के लिए महत्वपूर्ण माना।
इलेक्ट्रिक बस सेवा की विशेषताएँ
नोएडा-देहरादून इलेक्ट्रिक बस सेवा की सबसे बड़ी खासियत इसका पर्यावरण-मित्र होना है। यह बस पूरी तरह से इलेक्ट्रिक है और पारंपरिक डीजल या पेट्रोल वाहन की तुलना में प्रदूषण को काफी कम करती है। बस में उच्च गुणवत्ता वाली सीटें, वाई-फाई, एसी/नॉन-एसी विकल्प और यात्रियों के लिए सुरक्षा सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
यात्रियों के लिए आराम और सुविधा को ध्यान में रखते हुए, बसों में डिजिटल टिकटिंग, ऑनलाइन सीट आरक्षण और लाइव ट्रैकिंग सुविधा भी उपलब्ध है। इससे यात्रियों को यात्रा योजना बनाने में आसानी होगी और समय की बचत होगी।
यात्रा समय और दूरी
नोएडा से देहरादून की दूरी लगभग 350 किलोमीटर है, और इलेक्ट्रिक बस सेवा इसे लगभग 7-8 घंटे में पूरी करेगी। यह समय सड़क स्थितियों और मौसम पर निर्भर करेगा। ट्रिप के दौरान यात्रियों को बीच-बीच में चार्जिंग स्टेशनों पर रुकने की सुविधा भी दी जाएगी, जिससे लंबी दूरी की यात्रा और भी सुरक्षित और सहज हो सके।
टिकट प्राइस और आरक्षण
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में बताया गया कि नोएडा-देहरादून इलेक्ट्रिक बस सेवा के टिकट प्राइस यात्रियों के बजट के अनुसार तय किए गए हैं। एसी बस की टिकट कीमत लगभग 1200 रुपये और नॉन-एसी बस की कीमत 800 रुपये रखी गई है। टिकट ऑनलाइन और काउंटर दोनों माध्यम से उपलब्ध होंगे।
यात्रियों के लिए यह टिकट मूल्य न केवल किफायती है, बल्कि यह पर्यावरण-सुरक्षा और सुविधा के हिसाब से भी उपयुक्त विकल्प प्रदान करता है। व्यापारियों और पर्यटन प्रेमियों के लिए यह सेवा विशेष रूप से लाभकारी होगी, क्योंकि इससे दो राज्यों के बीच यात्रा अधिक सुगम और तेज होगी।
पर्यावरणीय लाभ और हरित पहल
इलेक्ट्रिक बस सेवा का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। बिजली से चलने वाली बसें पारंपरिक वाहन की तुलना में कार्बन उत्सर्जन को लगभग 70-80% तक कम कर देती हैं। इससे वायु प्रदूषण में कमी आएगी और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
यूपी और उत्तराखंड की राज्य सरकारें इस पहल को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित कर रही हैं और भविष्य में अन्य मार्गों पर भी इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने की योजना बना रही हैं। यह कदम देश में हरित और टिकाऊ परिवहन के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत माना जा रहा है।
ट्रेड शो में प्रतिक्रिया और प्रभाव
यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 में इस नई बस सेवा को लेकर व्यापारिक समुदाय और पर्यावरण विशेषज्ञों ने अपनी संतुष्टि और उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल यात्रियों के लिए फायदेमंद है, बल्कि राज्य और देश की अर्थव्यवस्था, पर्यटन और पर्यावरण के लिए भी सकारात्मक प्रभाव डालेगी।
विशेष रूप से पर्यटन क्षेत्र में, नोएडा और देहरादून के बीच यह सेवा पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेगी। पर्यटक अब तेज, सुविधाजनक और सुरक्षित परिवहन के जरिए इन दोनों शहरों के प्रमुख स्थलों का दौरा आसानी से कर पाएंगे।
नोएडा-देहरादून इलेक्ट्रिक बस सेवा आधुनिक परिवहन और पर्यावरण संरक्षण का संगम है। यह नई पहल न केवल यात्रियों के लिए सुविधा और आराम लाएगी, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता और हरित यात्रा को बढ़ावा देगी। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में घोषित टिकट प्राइस और सुविधाएँ इसे व्यापक रूप से स्वीकार्य और लोकप्रिय बनाने के लिए पर्याप्त हैं।
आने वाले समय में उम्मीद की जा रही है कि इस सेवा का विस्तार अन्य मार्गों तक भी किया जाएगा, जिससे देशभर में पर्यावरण-मित्र और टिकाऊ परिवहन का मार्ग प्रशस्त होगा।