




बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी जिंदगी के उस दर्दनाक अनुभव का खुलासा किया जिसे उन्होंने वर्षों तक दिल में छिपाए रखा था। अभिनेता ने बताया कि उनकी एक प्रेमिका, जिससे वह शादी करना चाहते थे, ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझते हुए दुनिया को अलविदा कह गई।
विवेक ने बताया कि यह रिश्ता उनके जीवन का सबसे सच्चा और गहरा रिश्ता था। वे दोनों भविष्य की योजनाएं बना रहे थे—शादी, बच्चे और एक खुशहाल परिवार—but वक्त को कुछ और ही मंजूर था।
“हमने एक साथ जिंदगी बिताने के ख्वाब देखे थे, बच्चों के नाम तक सोच लिए थे… लेकिन शायद ऊपरवाला कुछ और चाहता था,”
विवेक ने रुंधे गले से यह बातें कही।
अभिनेता ने बताया कि जब उनकी प्रेमिका को ब्लड कैंसर डाइग्नोज़ हुआ, तब वे टूट गए थे। उन्होंने हर तरह के इलाज की कोशिश की—बेहतर डॉक्टर, अस्पताल, देश-विदेश की सुविधा—but बीमारी ने धीरे-धीरे उनकी प्रेमिका को कमजोर कर दिया।
“मैं हर दिन अस्पताल में उनके पास बैठा रहता था। जब वो सोती थीं, तब भी मैं उनका हाथ थामे बैठा रहता था। लेकिन मैं कुछ कर नहीं पाया…”
विवेक के इन शब्दों में असहायता और गहरा दुख साफ झलकता है।
विवेक ने बताया कि उन्होंने अंतिम दिन तक उम्मीद नहीं छोड़ी थी। लेकिन जब उनकी प्रेमिका ने अंतिम सांस ली, वह टूट गए।
“वो पल मेरी जिंदगी का सबसे अंधेरा पल था। मैं सिर्फ देखता रह गया… सबकुछ थम सा गया।”
विवेक ने माना कि इस दर्द से उबरना आसान नहीं था। उन्होंने खुद को काम में झोंक दिया, मगर दिल का खालीपन कोई नहीं भर पाया।
“मैंने दुनिया के सामने हमेशा मुस्कान रखी, लेकिन अंदर से मैं बिखरा हुआ था।”
जैसे ही ये इंटरव्यू सामने आया, सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं उमड़ पड़ीं। फैंस ने विवेक को हिम्मत देने वाले मैसेज भेजे और उनकी निजी तकलीफ को समझने की कोशिश की।
एक यूज़र ने लिखा,
“आपकी सच्ची कहानी ने हमारी आंखों में आंसू ला दिए। आप अकेले नहीं हैं।”
विवेक का यह खुलासा बताता है कि फिल्मी दुनिया के पीछे भी इंसानों की असली कहानियां होती हैं—दर्द, मोहब्बत, जंग और असहायता। यह अनुभव उन्हें एक अभिनेता से कहीं ज्यादा, एक इंसान के रूप में दर्शकों के करीब लाता है।
विवेक ओबेरॉय की यह कहानी केवल एक अधूरी प्रेम कथा नहीं है, बल्कि यह जीवन के उस पहलू की झलक है, जो ग्लैमर के पीछे छिपा होता है। यह हमें सिखाता है कि प्यार और जीवन दोनों अनिश्चित हैं, और हर क्षण को पूरी शिद्दत से जीना चाहिए।