




27 सितंबर 2025 को शुरू हुई विश्व पैरालंपिक तीरंदाजी चैंपियनशिप में भारत की जोड़ी शीटल और सरिता ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया। फाइनल मुकाबले में भारतीय जोड़ी टर्किये के ओज्नूर कुरे गिरदी और बर्सा फातमा उन के खिलाफ अंतिम निर्णायक सेट में 38-37 से हार गई, लेकिन उनका प्रदर्शन काबिले तारीफ रहा।
शीटल और सरिता ने मुकाबले की शुरुआत बेहद जबरदस्त तरीके से की। उन्होंने पहले सेट में टर्किये की जोड़ी को 38-37 के अंतर से मात दी। यह मुकाबला काफी रोमांचक और टक्कर वाला था, जिसमें हर अंक का बड़ा महत्व था।
भारतीय जोड़ी ने अपनी तकनीक और संयम से दर्शकों का दिल जीत लिया। दोनों खिलाड़ियों ने अपने कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया और फाइनल तक शानदार यात्रा की।
हालांकि अंतिम सेट में टर्किये की जोड़ी ने दबदबा बनाते हुए 38-37 से मैच जीत लिया, लेकिन शीटल और सरिता ने कभी हार नहीं मानी। उनका संयम, आत्मविश्वास और टीम भावना काबिले तारीफ रही।
सिल्वर मेडल जीतकर दोनों खिलाड़ियों ने भारत का नाम विश्व स्तर पर रोशन किया है और भविष्य के लिए एक मजबूत संदेश दिया है कि भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ी हर चुनौती का सामना करने को तैयार हैं।
शीटल और सरिता ने अपने प्रदर्शन पर संतोष जताया और कहा कि वे इस अनुभव को आने वाले टूर्नामेंट्स में बेहतर प्रदर्शन के लिए इस्तेमाल करेंगी। दोनों ने दर्शकों और समर्थकों का धन्यवाद किया, जिन्होंने उन्हें हौसला दिया।
उन्होंने कहा कि टर्किये के खिलाड़ी बहुत मजबूत थे, लेकिन उन्होंने पूरी ताकत और लगन से मुकाबला किया।
शीटल और सरिता का यह प्रदर्शन भारत के पैरालंपिक खेलों के लिए गर्व का विषय है। यह साबित करता है कि भारत अब पैरालंपिक खेलों में भी विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम है।
देश के लिए पदक जीतना न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि पूरे देश के खेल प्रेमियों के लिए खुशी की बात है।
इस सिल्वर मेडल से भारत की टीम का उत्साह और बढ़ गया है। आगामी पैरालंपिक खेलों में इस टीम से पदक की उम्मीदें और भी मजबूत हो गई हैं।
कोचिंग स्टाफ और खिलाड़ी मिलकर अगले टूर्नामेंट के लिए तैयारी में जुट गए हैं, ताकि भारत का नाम और ऊंचा किया जा सके।
विश्व पैरालंपिक तीरंदाजी चैंपियनशिप में शीटल और सरिता की जोड़ी ने जिस मेहनत और लगन से खेला, वह प्रेरणादायक है। सिल्वर मेडल जीतकर उन्होंने देश का मान बढ़ाया और साबित किया कि भारतीय खिलाड़ी किसी भी प्रतिस्पर्धा में पीछे नहीं रहते।
हम उनके उज्जवल भविष्य और आने वाले टूर्नामेंट्स में सफलताओं की कामना करते हैं।