




केरल के पर्यटन मानचित्र में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। अलप्पुझा जिले में स्थित अरोुक्त्टी हाउसबोट टर्मिनल, जो पांच साल पहले तैयार हुआ था, अब अंततः परिचालन के लिए तैयार हो रहा है। यह टर्मिनल, जो राज्य सरकार की एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना रही है, लम्बे समय से बंद पड़ा था, लेकिन अब इसे चालू करने के लिए सभी आवश्यक कार्य तेजी से पूरे किए जा रहे हैं।
अरोुक्त्टी हाउसबोट टर्मिनल का निर्माण केरल सरकार ने जल पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया था। अलप्पुझा, जिसे ‘पूर्व का वेनिस’ कहा जाता है, अपने बैकवाटर और हाउसबोट पर्यटन के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसी पर्यटन क्षमता को और बेहतर बनाने के लिए अरोुक्त्टी टर्मिनल की स्थापना की गई थी।
टर्मिनल का मुख्य ढांचा निर्माण 5 वर्ष पूर्व ही पूरा कर लिया गया था, लेकिन इसके पूर्ण रूप से संचालन में कई अड़चनें आईं:
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सहायक सुविधाओं जैसे प्रतीक्षालय, पार्किंग, स्नानगृह आदि की अनुपस्थिति
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बार-बार ठेकेदारों के चयन में विफलता
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जलमार्ग का पर्याप्त गहरा न होना
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प्रशासनिक लापरवाही और बजट आवंटन की देरी
2025 में राज्य पर्यटन विभाग ने अरोुक्त्टी टर्मिनल को पुनः सक्रिय करने की योजना पर काम शुरू किया। इसके तहत मरम्मत, सौंदर्यीकरण और अवसंरचनात्मक सुविधाओं को जोड़ने का काम चल रहा है।
पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “हमने इस परियोजना को प्राथमिकता दी है। अगले कुछ महीनों में यह टर्मिनल पूरी तरह चालू हो जाएगा और यह अलप्पुझा के पर्यटन में एक नया अध्याय जोड़ेगा।”
स्थानीय नाविक, व्यापारी और पर्यटक गाइड्स इस परियोजना के पुनर्जीवन से बेहद उत्साहित हैं। लंबे समय से वे इस टर्मिनल के चालू होने की प्रतीक्षा कर रहे थे।
स्थानीय नाव संचालक शाजी ने कहा, “यह टर्मिनल हमारे लिए सिर्फ एक भवन नहीं है, बल्कि आजीविका और सम्मान का साधन है। इससे न केवल रोजगार मिलेगा बल्कि पर्यटकों को भी बेहतर अनुभव मिलेगा।”
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टर्मिनल के चालू होने से अलप्पुझा में पर्यटन की नई संभावनाएं खुलेंगी।
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मौजूदा टर्मिनलों पर बोझ कम होगा और पर्यटकों को ज्यादा विकल्प मिलेंगे।
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स्थानीय समुदाय को आर्थिक रूप से फायदा होगा।
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बेहतर पर्यावरणीय प्रबंधन से पर्यटन और पारिस्थितिकी में संतुलन बनेगा।
पर्यटन विभाग ने घोषणा की है कि अरोुक्त्टी टर्मिनल को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जाएगा। इसमें सौर ऊर्जा, अपशिष्ट प्रबंधन, और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि बैकवाटर की जैवविविधता बनी रहे।
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डिजिटल टिकटिंग प्रणाली की शुरुआत
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अरोुक्त्टी से कोट्टायम, कोचीन, और कुमारकोम के लिए जलमार्ग सेवा
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टूर पैकेज, सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्थानीय हस्तशिल्प बाजार की शुरुआत
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हाउसबोट संचालन के लिए नियंत्रण तंत्र और सुरक्षा मानकों की स्थापना
केरल का अरोुक्त्टी हाउसबोट टर्मिनल एक प्रतीक है — लंबे समय से रुकी परियोजनाओं को पुनर्जीवित करने की सरकार की इच्छा शक्ति का। यदि इसे योजनाबद्ध ढंग से और पर्यावरणीय संतुलन के साथ संचालित किया गया, तो यह न केवल केरल के पर्यटन को गति देगा, बल्कि स्थानीय लोगों के जीवन में भी नया उजाला लाएगा।