




उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार की रात करवा चौथ का पर्व पूरे उल्लास, श्रद्धा और पारंपरिक भावनाओं के साथ मनाया गया। जैसे ही रात आठ बजे के बाद आसमान में चांद नजर आया, शहर की गलियां और छतें सुहागिनों की खुशियों से गूंज उठीं। महिलाओं ने परंपरागत विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की और अखंड सौभाग्य की कामना करते हुए चांद को अर्घ्य देकर अपना व्रत तोड़ा। इसी बीच, लखनऊ के हजरतगंज थाने से एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसने पूरे देश का दिल जीत लिया।
यह तस्वीर थी महिला सिपाही वैशाली की, जो अपनी वर्दी में ही करवा चौथ का व्रत पूरा करती नजर आईं। ड्यूटी और धर्म का संतुलन साधते हुए वैशाली ने अपने पति इशवेंद्र, जो वाराणसी में तैनात हैं, को वीडियो कॉल पर देखकर व्रत तोड़ा। इस भावनात्मक पल में उन्होंने अपने पति की लंबी उम्र और सुखी दांपत्य जीवन की कामना की।
तस्वीरों में वैशाली वर्दी में खड़ी दिखाई दे रही हैं, उनके हाथ में चलनी है, और मोबाइल स्क्रीन पर उनके पति नजर आ रहे हैं। साथ में एक अन्य महिला सिपाही भी खड़ी है, जो इस खास पल को कैमरे में कैद कर रही है। जैसे ही यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर पहुंचीं, लोग इस पुलिसकर्मी की ड्यूटी और रिश्ते के प्रति समर्पण की तारीफ करने लगे।
यूजर्स ने इन तस्वीरों को “ड्यूटी पर भी दिल से निभाई परंपरा” बताते हुए खूब प्यार बरसाया। कई लोगों ने कमेंट किया कि “ये हैं असली हीरो — जो देश की सेवा भी करती हैं और अपने संस्कार भी निभाती हैं।”
हजरतगंज थाना परिसर में यह दृश्य देखकर वहां मौजूद साथी पुलिसकर्मियों की आंखें भी नम हो गईं। कई महिला पुलिसकर्मियों ने बताया कि ड्यूटी के दौरान भी त्योहारों की भावना कम नहीं होती, बल्कि ऐसे मौके पर “ड्यूटी और परिवार” दोनों के प्रति जिम्मेदारी निभाने का गर्व महसूस होता है।
सिपाही वैशाली ने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए कहा,
“हम पुलिसकर्मियों के लिए त्योहारों पर ड्यूटी करना सामान्य बात है। लेकिन करवा चौथ का दिन मेरे लिए खास होता है। मैंने सोचा कि अगर मैं घर जाकर व्रत नहीं तोड़ सकती, तो यहां से ही अपने पति को देखकर व्रत पूरा करूंगी। जब उन्होंने वीडियो कॉल पर मुझे देखा, तो वह भी भावुक हो गए।”
लखनऊ के कई इलाकों में शुक्रवार रात आतिशबाजी से आसमान जगमगा उठा। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी अपनी पत्नी के साथ करवा चौथ की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं। उन्होंने लिखा — “संगिनी के साथ जीवन का यह पवित्र बंधन हमारे जीवन की सबसे बड़ी शक्ति है।” उनके पोस्ट पर हजारों लाइक्स और शुभकामनाएं मिलीं।
शहरभर में करवा चौथ का उल्लास देखने लायक था। गोमतीनगर, अलीगंज, चारबाग और हजरतगंज जैसे इलाकों में महिलाएं शाम से ही पारंपरिक वेशभूषा में सजीं, सोलह श्रृंगार से सुसज्जित होकर पूजा की तैयारियों में जुटी थीं। बाजारों में मेहंदी, साड़ी, चूड़ी और पूजा सामग्री की दुकानों पर सुबह से ही रौनक बनी रही।
हालांकि, इस साल करवा चौथ की एक खास चर्चा सिपाही वैशाली की वजह से रही। सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें वायरल होने के बाद कई महिला यूजर्स ने उन्हें “प्रेरणादायक महिला” कहा। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #Vaishali और #KarwaChauthInUniform जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
कई पुलिस विभागों ने भी इस तस्वीर को साझा करते हुए लिखा —
“ये है असली नारी शक्ति! ड्यूटी पर रहते हुए भी परंपरा और संस्कृति को निभाने वाली हमारे विभाग की गौरव महिला सिपाही।”
राजधानी लखनऊ में मनाया गया यह करवा चौथ केवल त्योहार नहीं, बल्कि उस भावना का प्रतीक बन गया जिसने यह दिखाया कि भारतीय महिलाएं किसी भी परिस्थिति में अपनी परंपरा और रिश्तों को निभाना जानती हैं।
वैशाली जैसी महिला सिपाहियां इस बात का उदाहरण हैं कि आधुनिक भारत की महिलाएं केवल घर तक सीमित नहीं, बल्कि वर्दी पहनकर देश की सेवा भी करती हैं और अपने संस्कारों से जुड़ी रहती हैं।
लखनऊ पुलिस विभाग ने भी वैशाली के इस समर्पण को सराहते हुए कहा कि उनकी तस्वीर ने पूरे विभाग का मान बढ़ाया है। आने वाले दिनों में विभाग की ओर से उन्हें सम्मानित करने पर भी विचार किया जा रहा है।
त्योहार के इस अवसर पर लखनऊ के मंदिरों में भी विशेष पूजा का आयोजन हुआ। हनुमान सेतु मंदिर, मनकामेश्वर और अलीगंज हनुमान मंदिर में हजारों महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। वहीं, शहर की सड़कों पर देर रात तक करवा चौथ की खुशियां देखने को मिलीं।