• Create News
  • Nominate Now

    सरकारी ‘वरदान’ का सबसे बड़ा सच — जानिए क्यों प्रोविडेंट फंड अमीर निवेशकों के लिए भी साबित हो रहा है चमत्कारी एसेट

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं।

    निवेश की दुनिया में जब भी लंबी अवधि की बात होती है, तो अधिकतर लोग सबसे पहले इक्विटी या शेयर बाजार की ओर देखते हैं। लेकिन, एक ऐसा सरकारी निवेश साधन भी है जिसे अक्सर “कम रिटर्न वाला” कहकर नज़रअंदाज़ किया जाता है — वह है प्रोविडेंट फंड (PF)
    हालांकि, फाइनेंशियल एक्सपर्ट और फिनफ्लुएंसर शरण हेगड़े का मानना है कि प्रोविडेंट फंड किसी भी लिहाज से कम नहीं है। उनका कहना है कि यह न केवल आम निवेशकों बल्कि उच्च आय वर्ग (High Income Group) के लिए भी एक “चमत्कारी एसेट” साबित हो सकता है।

    PF: गारंटीड और टैक्स फ्री रिटर्न का अनोखा मिश्रण

    भारत में एम्प्लॉयी प्रोविडेंट फंड (EPF) को सरकार द्वारा समर्थित एक सुरक्षित निवेश योजना माना जाता है। वर्तमान में इस पर लगभग 8.25% वार्षिक ब्याज दर मिलती है।
    शरण हेगड़े के अनुसार, यदि इस रिटर्न को टैक्स समायोजन के बाद देखा जाए, तो यह दर इक्विटी से भी अधिक प्रभावी हो जाती है।

    उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि यदि कोई निवेशक 30% टैक्स ब्रैकेट में आता है और PF पर मिलने वाले ब्याज को टैक्स फ्री मानें, तो इसका प्रभावी रिटर्न लगभग 11.8% के बराबर हो जाता है।
    वहीं, इक्विटी या म्यूचुअल फंड से मिलने वाले लाभ पर 10-15% तक का कैपिटल गेन टैक्स देना पड़ता है, जिससे वास्तविक रिटर्न घट जाता है।

    उच्च आय वर्ग के लिए ‘छिपा हुआ खज़ाना’

    हेगड़े का कहना है कि अक्सर हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) PF को केवल “कर्मचारियों की बचत योजना” समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
    लेकिन सच्चाई यह है कि यह वर्ग भी इसका पूरा फायदा उठा सकता है

    जो लोग अपने वेतन से नियमित रूप से PF में योगदान करते हैं, उन्हें कंपाउंडिंग के असर से वर्षों बाद एक बड़ा फंड प्राप्त होता है।
    सालों तक जमा हुए ब्याज पर ब्याज की यह प्रक्रिया निवेश को “गारंटीड ग्रोथ” देती है — बिना किसी बाजार जोखिम के।

    फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर कोई व्यक्ति 25 साल की उम्र से लेकर 60 साल तक PF में लगातार योगदान करता है, तो रिटायरमेंट के समय उसे करोड़ों रुपये का फंड मिल सकता है — वो भी पूरी तरह टैक्स फ्री

    इक्विटी बनाम PF: स्थिरता बनाम जोखिम

    शेयर बाजार और इक्विटी म्यूचुअल फंड्स निश्चित रूप से ऊंचा रिटर्न दे सकते हैं, लेकिन इसके साथ उतार-चढ़ाव और जोखिम भी जुड़े रहते हैं।
    जबकि PF एक ऐसी स्कीम है जिसमें ब्याज दर स्थिर, निवेश सरकारी निगरानी में, और पूंजी पूरी तरह सुरक्षित रहती है।

    शरण हेगड़े कहते हैं, “PF उन लोगों के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प है जो जल्द पैसे निकालने की योजना नहीं बना रहे हैं और जिन्हें हर साल एक सुनिश्चित ग्रोथ चाहिए।”
    इक्विटी के मुकाबले PF धीमी गति से बढ़ता जरूर है, लेकिन यह मानसिक शांति और निश्चितता प्रदान करता है — जो हर निवेशक को चाहिए होती है।

    कौन से निवेशक चुनें PF?

    PF उन लोगों के लिए आदर्श निवेश है:

    • जो दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा चाहते हैं

    • जिनकी प्राथमिकता गारंटीड रिटर्न और पूंजी की सुरक्षा है

    • जिन्हें नियमित और स्थिर ग्रोथ चाहिए

    • और जिन्हें निकट भविष्य में नकदी की आवश्यकता नहीं है

    विशेषज्ञों का कहना है कि युवा पेशेवरों को PF को केवल वेतन से कटने वाली मजबूरी नहीं समझना चाहिए। बल्कि इसे एक अनुशासित निवेश उपकरण के रूप में देखना चाहिए, जो समय के साथ बड़ा फंड तैयार करता है।

    PF का टैक्स लाभ – क्यों है यह “सरकारी वरदान”

    प्रोविडेंट फंड न केवल रिटर्न में सुरक्षित है बल्कि टैक्स के मामले में भी बेहद फायदेमंद है।
    EPF के अंतर्गत तीनों चरणों — निवेश, ब्याज, और निकासी — पर टैक्स में छूट मिलती है। इसे EEE (Exempt-Exempt-Exempt) श्रेणी कहा जाता है।

    इसका अर्थ है कि:

    • PF में किया गया निवेश टैक्स छूट के लिए पात्र होता है (धारा 80C के तहत)

    • इस पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री होता है

    • और निकासी के समय पूरी राशि पर कोई टैक्स नहीं लगता, बशर्ते सदस्य ने 5 साल की सेवा पूरी की हो

    यानी, यह एक ऐसा निवेश साधन है जो न केवल सुरक्षित है बल्कि पूरी तरह टैक्स-मुक्त रिटर्न भी प्रदान करता है — जो आज के समय में बहुत कम योजनाओं में मिलता है।

    शेयर बाजार के दौर में भी PF की चमक बरकरार

    आज जब हर दूसरा निवेशक शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड की ओर आकर्षित है, PF जैसी पारंपरिक योजनाएं भी अपनी स्थिरता और विश्वसनीयता के दम पर लोकप्रियता बनाए रखे हुए हैं।
    शरण हेगड़े का कहना है कि भारत में ऐसे निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जो संतुलित पोर्टफोलियो बनाना चाहते हैं — यानी कुछ हिस्सा इक्विटी में, और कुछ सुरक्षित साधनों जैसे PF या PPF में।

    इस तरह, PF न केवल एक सरकारी योजना है बल्कि यह वित्तीय अनुशासन का प्रतीक भी है। यह उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी है जो जोखिम से बचते हुए स्थिर और टैक्स-फ्री रिटर्न पाना चाहते हैं।

    फाइनेंशियल एक्सपर्ट शरण हेगड़े का विश्लेषण बताता है कि प्रोविडेंट फंड सिर्फ साधारण कर्मचारियों की बचत नहीं, बल्कि एक स्मार्ट और रणनीतिक निवेश साधन है।
    यह उन लोगों के लिए बेहद प्रभावी है जो दीर्घकालिक निवेश में भरोसा करते हैं और अपने पैसे को सुरक्षित रखते हुए उसका अधिकतम उपयोग करना चाहते हैं।

    न्यूज़ शेयर करने के लिए क्लिक करें .
  • Advertisement Space

    Related Posts

    लगातार तीसरे सप्ताह घटा भारत का विदेशी मुद्रा भंडार, लेकिन स्वर्ण भंडार में दिखी मजबूत बढ़त

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार तीसरे सप्ताह गिरावट का सामना कर रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी…

    Continue reading
    SBI ग्राहक हो जाएं सतर्क: कल बैंक की कुछ सेवाओं में रहेगा अवरोध, जानें पूरा विवरण

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। देश के सबसे बड़े और भरोसेमंद बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने ग्राहकों को अलर्ट किया है कि…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *