




पश्चिम बंगाल के दुरगापुर में कथित गैंगरेप की शिकार 23 वर्षीय युवती के पिता ने सरकार से गुहार लगाई है कि उनकी बेटी को बेहतर इलाज के लिए भुवनेश्वर के अस्पताल में स्थानांतरित किया जाए। इस गंभीर मामले में पिता ने कहा है कि उनकी बेटी की जान को खतरा है और वर्तमान में वह जिस अस्पताल में इलाज करा रही है वहां पर्याप्त चिकित्सा सुविधा और सुरक्षा उपलब्ध नहीं है।
पीड़िता, जो एक दूसरे वर्ष की MBBS छात्रा है, फिलहाल दुरगापुर के एक अस्पताल में इलाजाधीन है। उनके पिता ने मीडिया को बताया कि अस्पताल में उपलब्ध संसाधन सीमित हैं और इलाज की गुणवत्ता बेहतर करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बेटी को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाओं की जरूरत है, जो भुवनेश्वर में उपलब्ध है।
पिता ने कहा, “मेरी बेटी की जान खतरे में है। दुरगापुर के अस्पताल में उसकी सुरक्षा और इलाज दोनों ही ठीक से नहीं हो पा रहे हैं। हम ओडिशा सरकार से अपील करते हैं कि उन्हें भुवनेश्वर के अस्पताल में स्थानांतरित किया जाए, जहां बेहतर इलाज के साथ सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सके।”
इस गंभीर घटना के बाद पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। पिता ने बताया कि बेटी पर कई बार जानलेवा खतरे आ चुके हैं, और स्थानीय प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त नहीं है।
महिला सुरक्षा और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। उनका मानना है कि Survivor की सुरक्षा और उनका मानसिक पुनर्वास न्याय से कम महत्वपूर्ण नहीं है।
स्थानीय पुलिस और प्रशासन का कहना है कि उन्होंने पीड़िता की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यदि परिवार की इच्छा हुई तो मरीज को उच्च स्तरीय अस्पताल में स्थानांतरित किया जा सकता है।
फिलहाल, इस प्रक्रिया में कागजी कार्यवाही और अन्य प्रशासनिक पहलुओं को पूरा करना बाकी है। लेकिन पिता ने प्रशासन की धीमी प्रतिक्रिया पर निराशा जताई है।
यह मामला पूरे देश में महिला सुरक्षा और न्याय की बहस को फिर से उभार रहा है। अनेक सामाजिक संगठन, महिला अधिकार समूह, और आम नागरिक सरकार से तेजी से और प्रभावी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
कई जगहों पर पीड़िता के समर्थन में प्रदर्शन और जागरूकता अभियान भी चल रहे हैं, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कानून बनें और Survivor को बेहतर न्याय मिले।
दुष्कर्म Survivor के पिता की यह अपील न केवल एक परिवार की व्यथा है, बल्कि पूरे देश के सामने महिला सुरक्षा, चिकित्सा सुविधा और न्याय की अहमियत को रेखांकित करती है। सरकार से उम्मीद की जा रही है कि वे इस मामले में त्वरित और प्रभावी कदम उठाकर Survivor की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा करेंगे।