• Create News
  • Nominate Now

    भारत की ब्यूटी एक्सपर्ट डॉ. शगुन गुप्ता ने किया दुनिया में नाम रोशन, टोक्यो PMU समिट 2025 में बनीं सेंटर ऑफ अट्रैक्शन

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं।

    भारत की ब्यूटी और एस्थेटिक इंडस्ट्री की मशहूर हस्ती डॉ. शगुन गुप्ता ने एक बार फिर देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। टोक्यो में आयोजित “परमानेंट मेकअप (PMU) समिट 2025” में उन्होंने न केवल अपनी उपस्थिति से बल्कि अपनी कला, नवाचार और सौंदर्य विज्ञान के प्रति समर्पण से पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।

    यह सम्मेलन एशिया के सबसे प्रतिष्ठित ब्यूटी और स्किन केयर इवेंट्स में से एक है, जहां दुनियाभर से परमानेंट मेकअप एक्सपर्ट्स, कॉस्मेटिक सर्जन, एस्थेटिशियन और ब्यूटी इनोवेटर्स शामिल होते हैं। भारत से इस मंच पर डॉ. शगुन गुप्ता का प्रतिनिधित्व देश के लिए गर्व का क्षण था।

    टोक्यो में भारतीय झलक – डॉ. शगुन का वैश्विक सम्मान
    टोक्यो में आयोजित इस तीन दिवसीय PMU समिट में डॉ. गुप्ता ने “इनोवेशन इन परमानेंट मेकअप एंड स्किन टेक्नोलॉजीज” विषय पर प्रस्तुति दी। उनकी प्रस्तुति में भारतीय परंपराओं और आधुनिक तकनीकों का अद्भुत संगम देखने को मिला। उन्होंने बताया कि कैसे भारत में प्राकृतिक तत्वों और स्किन-फ्रेंडली तकनीकों को मिलाकर परमानेंट मेकअप को एक सुरक्षित, स्थायी और सौंदर्यपूर्ण अनुभव बनाया जा सकता है।

    सम्मेलन में उनकी इस प्रस्तुति को “स्टैंडिंग ओवेशन” मिला और आयोजकों ने उन्हें “ग्लोबल ब्यूटी इनोवेशन अवॉर्ड 2025” से सम्मानित किया।

    PMU क्या है और इसमें डॉ. शगुन की खासियत क्या है?
    PMU यानी Permanent Makeup एक उभरती हुई कॉस्मेटिक तकनीक है जिसमें माइक्रोपिगमेंटेशन के जरिए चेहरे के फीचर्स को निखारा जाता है। यह तकनीक उन लोगों के लिए वरदान है जिन्हें रोजाना मेकअप करना मुश्किल लगता है या जो त्वचा संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं।

    डॉ. शगुन गुप्ता भारत में इस तकनीक की पायनियर मानी जाती हैं। उन्होंने PMU को न सिर्फ मेट्रो शहरों में बल्कि छोटे शहरों में भी लोकप्रिय बनाया है। उनकी क्लीनिक “Dr. Shagun Gupta’s Aesthetic & PMU Studio” भारत में कॉस्मेटिक केयर का एक जाना-माना नाम बन चुका है।

    उनकी खासियत है —

    • माइक्रोपिगमेंटेशन की अत्याधुनिक तकनीक,

    • प्राकृतिक स्किन टोन से मेल खाने वाले शेड्स का प्रयोग,

    • और क्लाइंट की सुरक्षा व त्वचा स्वास्थ्य पर फोकस।

    भारत की पारंपरिक जड़ों से जुड़ा सौंदर्य दृष्टिकोण
    अपने भाषण में डॉ. गुप्ता ने कहा,

    “सौंदर्य केवल बाहरी रूप नहीं, बल्कि आत्मविश्वास की अभिव्यक्ति है। भारत की परंपराएं हमें सिखाती हैं कि सौंदर्य प्रकृति और संतुलन से जुड़ा होता है। मेरी कोशिश है कि इन मूल्यों को आधुनिक ब्यूटी साइंस के साथ जोड़कर दुनिया के सामने भारत की एक नई पहचान प्रस्तुत की जाए।”

    उनकी इस सोच ने PMU समिट में उपस्थित विशेषज्ञों को प्रभावित किया। कई विदेशी ब्यूटी ब्रांड्स ने भारत के पारंपरिक स्किन-केयर दृष्टिकोण को अपनाने में रुचि दिखाई।

    सम्मान और उपलब्धियां
    टोक्यो PMU समिट 2025 में डॉ. गुप्ता को “इनोवेटिव लीडर इन कॉस्मेटिक आर्ट्स” के सम्मान से भी नवाजा गया। इससे पहले भी उन्हें “वुमन ऑफ एक्सीलेंस अवॉर्ड” और “ब्यूटी एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर” जैसे कई पुरस्कार मिल चुके हैं।

    उनकी गिनती न केवल एक ब्यूटी एक्सपर्ट के रूप में होती है, बल्कि वह एक प्रेरणादायक उद्यमी और महिला सशक्तिकरण की मिसाल भी हैं। उन्होंने भारत में कई युवा महिलाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है।

    ग्लोबल मीडिया की नजर में ‘इंडिया की ब्यूटी एम्बेसडर’
    टोक्यो में आयोजित समिट के दौरान कई अंतरराष्ट्रीय ब्यूटी मैगज़ीन ने उन्हें “India’s Beauty Maestro” और “Ambassador of Modern Indian Aesthetics” की उपाधि दी। जापान, सिंगापुर, दुबई और साउथ कोरिया के ब्यूटी ब्रांड्स ने उनके साथ सहयोग की इच्छा जताई है।

    उनके अनुसार,

    “यह केवल मेरी उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह भारत की महिलाओं और ब्यूटी प्रोफेशनल्स की मेहनत का परिणाम है। हमारा देश पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का अद्भुत मेल है — यही भारत को विश्व सौंदर्य जगत में सबसे अलग बनाता है।”

    भारत में ब्यूटी इंडस्ट्री का नया चेहरा
    भारत की ब्यूटी इंडस्ट्री आज तेजी से ग्लोबल हो रही है। स्किनकेयर, एस्थेटिक्स, कॉस्मेटिक सर्जरी और PMU जैसे सेक्टर्स में भारत के प्रोफेशनल्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रहे हैं। डॉ. गुप्ता जैसी शख्सियतें न केवल इस क्षेत्र को आगे बढ़ा रही हैं, बल्कि यह संदेश भी दे रही हैं कि भारत गुणवत्ता, नवाचार और स्थिरता में किसी से पीछे नहीं।

    उनका मानना है कि आने वाले वर्षों में भारत इस क्षेत्र में वैश्विक प्रशिक्षण हब बन सकता है। इसके लिए जरूरी है कि सरकार और निजी क्षेत्र मिलकर इस इंडस्ट्री के लिए रिसर्च और स्किल डेवलपमेंट को प्रोत्साहित करें।

    न्यूज़ शेयर करने के लिए क्लिक करें .
  • Advertisement Space

    Related Posts

    पूर्व IAS अधिकारी कन्नन गोपीनाथन कांग्रेस में हुए शामिल, बोले– अब लोकतंत्र की लड़ाई राजनीति के भीतर से लड़नी होगी

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी और नागरिक अधिकारों के प्रखर पैरोकार कन्नन गोपीनाथन ने सोमवार को आधिकारिक रूप से…

    Continue reading
    रील बनाती हर्षिता दवे बनीं 22 साल की उम्र में डिप्टी कलेक्टर, पीसीएस 2024 में महिला वर्ग में टॉप

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। इंदौर की 22 वर्षीय हर्षिता दवे की कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह युवा पीढ़ी के लिए यह उदाहरण…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *