




केरल के कन्नूर जिले के पुथियांगड़ी क्षेत्र में एक भयावह हादसे में ओडिशा के एक निवासी की मौत हो गई। 50 वर्षीय सुबाष बेहरा, जो कि ओडिशा के गंजाम जिले के रहने वाले थे, गैस सिलेंडर लीक से लगी आग में गंभीर रूप से झुलस गए थे। इलाज के दौरान सोमवार को उनकी मौत हो गई।
सुबाष के अलावा, उसी हादसे में चार अन्य ओडिया मजदूर भी घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस के अनुसार, घटना शुक्रवार की शाम को पुथियांगड़ी इलाके के एक रिहायशी भवन में हुई, जहां सभी श्रमिक एक ही कमरे में रहते थे। बताया जा रहा है कि खाना बनाते समय गैस सिलेंडर से गैस का रिसाव हो रहा था। अचानक आग लग गई और देखते ही देखते पूरी रसोई लपटों में घिर गई।
धमाका इतना तेज था कि आसपास के लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया और झुलसे हुए सभी लोगों को तत्काल कन्नूर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया।
सुबाष बेहरा को गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में भर्ती किया गया था। उनके शरीर का लगभग 80% हिस्सा जल चुका था। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन सोमवार की सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया।
शव को पोस्टमार्टम के बाद ओडिशा भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। जिला प्रशासन ने उनके परिवार को सूचना दे दी है और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में सहायता की जा रही है।
सुबाष बेहरा पिछले पांच सालों से केरल में मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पाल रहे थे। वह अकेले कमाने वाले थे और उनकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके दो छोटे बच्चे हैं और पत्नी गृहिणी हैं।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल था। स्थानीय निवासी भी सदमे में थे क्योंकि यह क्षेत्र आमतौर पर शांत रहता है। आसपास के दुकानदारों ने बताया कि धमाके की आवाज बहुत तेज थी और पूरे मोहल्ले में धुआं भर गया था।
दमकल विभाग की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। अब स्थिति सामान्य हो गई है, लेकिन लोग अभी भी डर के साये में हैं।
पुलिस ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि गैस सिलेंडर में लीकेज के बावजूद कोई सतर्कता नहीं बरती गई। मकान मालिक से पूछताछ जारी है। दमकल विभाग द्वारा घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच की जा रही है।
कन्नूर जिला कलेक्टर ने हादसे पर दुख जताया और आश्वासन दिया कि पीड़ितों के परिवार को मुआवजा और हरसंभव सहायता दी जाएगी।
ओडिशा के मुख्यमंत्री कार्यालय ने कन्नूर प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है और कहा है कि मृतक के परिवार को सहायता दी जाएगी। साथ ही घायल ओडिया श्रमिकों की हरसंभव मदद के लिए स्थानीय ओडिया समाज और गैर-सरकारी संगठनों को निर्देश दिए गए हैं।
गंजाम जिला प्रशासन ने भी कहा है कि वह पीड़ित परिवार के साथ संपर्क में है और शव को लाने के लिए पूरी व्यवस्था की जाएगी।
ओडिशा प्रवासी कल्याण संघ ने इस हादसे को प्रशासन की लापरवाही बताया है। उनका कहना है कि श्रमिकों को रहने के लिए सुरक्षित स्थान और बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। उन्होंने सरकार से प्रवासी श्रमिकों के लिए सुरक्षा गाइडलाइन लागू करने की मांग की है।
यह हादसा एक बार फिर दिखाता है कि गैस सिलेंडर जैसी आम चीज़ कितनी खतरनाक हो सकती है अगर उसका सही रखरखाव न किया जाए। रसोई घरों में सुरक्षा मानकों का पालन, नियमित जांच, और आपातकालीन प्रशिक्षण बेहद जरूरी है।
सुबाष बेहरा की मौत एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि एक परिवार के सपनों का अंत है। यह एक चेतावनी है कि जब तक हम सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं देंगे, इस तरह की घटनाएं दोहराई जाती रहेंगी।