




रायपुर के अंबिकापुर के पास लालमाटी इलाके में हाथियों का आतंक फैल गया। लगभग 25 हाथियों के झुंड ने पटाखे, शोर और भीड़ से भड़ककर इलाके में हड़कंप मचा दिया। वन विभाग की चेतावनी के बावजूद फोटो खींचने गया एक युवक हाथियों की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके में डर और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार हाथियों का झुंड अचानक गाँव की ओर बढ़ आया और घरों के पास पहुंचकर फसल और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने लगा। हाथियों की इस गतिविधि से ग्रामीण भयभीत हो गए और कई लोगों ने अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण ली। प्रभावित इलाकों में सुरक्षा और बचाव के लिए वन विभाग और पुलिस सक्रिय हो गई है।
घटना के समय युवक ने वन विभाग की चेतावनी को अनदेखा किया और हाथियों का फोटो लेने के लिए पास गया। जैसे ही हाथियों ने उसे देखा, वह उनके झुंड की चपेट में आ गया। स्थानीय लोगों और पुलिस के अनुसार, युवक को तुरंत बचाने की कोशिश की गई, लेकिन हाथियों की भीषण प्रतिक्रिया के कारण वह जिंदा नहीं बच सका।
इस हमले के कारण प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं और ग्रामीणों से घरों से बाहर निकलने से बचने की अपील की गई है। वन विभाग ने लोगों से हाथियों से दूरी बनाए रखने और झुंड को उकसाने वाले कार्यों से बचने की चेतावनी जारी की है। अधिकारियों ने बताया कि हाथियों का झुंड अब भी इलाके में सक्रिय है और उनकी निगरानी के लिए ड्रोन और गश्त बढ़ाई गई है।
हाथियों का यह झुंड गाँव के पास पिछले कई महीनों से देखा जा रहा था। विशेषज्ञों के अनुसार, जंगल में भोजन और पानी की कमी के कारण हाथी अक्सर मानव बस्तियों की ओर आते हैं। लालमाटी में यह घटना भी इसी प्रकार की समस्या का परिणाम है। स्थानीय किसानों ने बताया कि हाथियों ने फसल को भी नुकसान पहुंचाया, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई है।
रातभर गाँव में लोग जागते रहे और सुरक्षा के लिए नजर रखी। वन विभाग के अधिकारी लगातार स्थिति का जायजा ले रहे हैं और झुंड को जंगल की ओर लौटाने के प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए ध्वनि उपकरण और प्राकृतिक लालच का उपयोग किया जा रहा है ताकि हाथियों को गाँव से दूर किया जा सके।
स्थानीय प्रशासन और वन विभाग ने ग्रामीणों से कहा है कि किसी भी स्थिति में हाथियों के झुंड के पास न जाएं और उनके साथ संपर्क बनाने या फोटो खींचने से बचें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हाथियों के साथ किसी भी प्रकार का जोखिम लेने से जान का नुकसान हो सकता है, जैसा कि इस घटना में हुआ।
विशेषज्ञों का मानना है कि लालमाटी और आसपास के क्षेत्रों में हाथियों के-human conflict की घटनाएं बढ़ रही हैं। वन विभाग ने सुझाव दिया है कि स्थानीय लोगों को हाथियों की आदतों और व्यवहार के बारे में जागरूक किया जाए। इसके साथ ही गाँव और जंगल के बीच उचित बैरिकेडिंग और सुरक्षा उपायों की व्यवस्था करना जरूरी है।
इस घटना ने यह दिखा दिया है कि मानव और जंगली जानवरों के बीच बढ़ती निकटता खतरनाक हो सकती है। हाथियों की इस प्रतिक्रिया ने यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी चेतावनी और दूरी बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। वन विभाग और प्रशासन दोनों ही इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द ही स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए विशेष टीमों को लगाया गया है।