




वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज पिछले कुछ समय से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। उनकी किडनी फेल होने के कारण उन्हें अब डायालिसिस पर जीवन जीना पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर उनके कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें वे बेहद कमजोर नजर आ रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए देशभर के उनके अनुयायी और भक्तगण उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थनाएँ कर रहे हैं।
इसी बीच बॉलीवुड एक्टर एजाज खान ने एक ऐसा कदम उठाया है जिसने सोशल मीडिया पर सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। एजाज खान ने सार्वजनिक रूप से यह घोषणा की है कि वे अपनी एक किडनी प्रेमानंद जी महाराज को दान करना चाहते हैं ताकि वे जल्द स्वस्थ होकर फिर से अपने अनुयायियों के बीच लौट सकें।
एक वायरल वीडियो में एजाज खान ने कहा,
“प्रेमानंद महाराज ऐसे संत हैं जिन्होंने कभी किसी धर्म के खिलाफ नहीं बोला। उन्होंने हमेशा इंसानियत की बात की, और लोगों को प्रेम, शांति और सद्भाव का संदेश दिया। आज जब वे बीमार हैं, तो मैं अपना फर्ज निभाना चाहता हूं। अगर मेरी किडनी उनसे मैच करती है, तो मैं उन्हें अपनी किडनी देने के लिए तैयार हूं।”
एजाज खान ने यह भी कहा कि महाराज जैसे संत किसी एक समुदाय या धर्म के नहीं, बल्कि पूरे देश के आध्यात्मिक प्रतीक हैं। उन्होंने हमेशा एकता और भाईचारे की बात की है। एजाज ने कहा,
“मैं मुस्लिम हूं, लेकिन मैं जानता हूं कि सच्ची इंसानियत धर्म से ऊपर होती है। अगर मैं अपनी किडनी देकर एक ऐसे महान व्यक्ति का जीवन बचा सकता हूं, तो यह मेरे लिए गर्व की बात होगी।”
जानकारी के अनुसार, प्रेमानंद महाराज की दोनों किडनियां फेल हो चुकी हैं, और वे पिछले कुछ महीनों से वृंदावन में चिकित्सा ले रहे हैं। उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिनमें वे कमजोर लेकिन स्थिर मानसिक स्थिति में भक्तों को आशीर्वाद देते नजर आते हैं।
महाराज की सेहत को लेकर भक्तों में गहरी चिंता है। कई श्रद्धालु दिल्ली, आगरा और लखनऊ जैसे शहरों से उनके स्वास्थ्य के लिए दान और ब्लड टेस्ट करवाने पहुँच रहे हैं ताकि वे मदद कर सकें।
महाराज प्रेमानंद जी का जन्म वृंदावन के पास एक साधारण परिवार में हुआ था, लेकिन उन्होंने अपने ज्ञान, भक्ति और सादगी के दम पर लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाई। वे श्रीकृष्ण भक्ति और सनातन धर्म के प्रचारक माने जाते हैं।
एजाज खान के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं तेजी से सामने आईं।
कई यूजर्स ने लिखा कि एजाज का यह कदम “सच्ची इंसानियत की मिसाल” है।
एक यूजर ने लिखा —
“धर्म के नाम पर जब समाज बंट रहा है, तब एजाज खान जैसे लोग यह याद दिला रहे हैं कि असली धर्म इंसानियत है।”
वहीं कुछ लोगों ने कहा कि यह कदम देश में सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है, क्योंकि यह दर्शाता है कि प्रेम और करुणा किसी धर्म की सीमा में बंधी नहीं होती।
प्रेमानंद जी महाराज के उपदेश और भक्ति कार्यक्रम केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी प्रसारित होते हैं। उनके भक्ति प्रवचनों में जीवन के गूढ़ संदेश होते हैं जो समाज को सत्य, करुणा और सेवा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।
महाराज ने हमेशा कहा है —
“धर्म का सार पूजा नहीं, सेवा है। जो दूसरों की मदद करता है, वही सच्चा भक्त है।”
उनकी यही शिक्षाएं आज एजाज खान जैसे लोगों को प्रेरित कर रही हैं कि वे मानवता की राह पर चलें।
चिकित्सकों के अनुसार, किसी भी व्यक्ति की किडनी किसी दूसरे व्यक्ति को तभी दी जा सकती है जब ब्लड ग्रुप, टिश्यू टाइप और अन्य मेडिकल पैरामीटर्स मैच करते हों। एजाज खान ने डॉक्टरों से संपर्क करने की बात कही है ताकि जांच के बाद यह पता चल सके कि क्या उनकी किडनी प्रेमानंद जी को दी जा सकती है।
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भले ही उनकी किडनी मैच न करे, फिर भी वे प्रेमानंद जी के इलाज में आर्थिक और सामाजिक सहायता देने के लिए तैयार हैं।
यह घटना केवल एक अभिनेता और एक संत के बीच संबंध का उदाहरण नहीं है, बल्कि यह उस सोच का प्रतीक है जो कहती है — “इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है।”
जहां समाज में अक्सर धर्म और जाति के नाम पर विभाजन होता है, वहीं एजाज खान का यह निर्णय यह दर्शाता है कि सच्चे भक्त और सच्चे इंसान दोनों का उद्देश्य एक ही होता है — दूसरों की भलाई।