




टी20 विश्व कप 2026 की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, और क्वालीफायर मुकाबलों में अब रोमांच अपने चरम पर पहुंच गया है। एशिया क्षेत्रीय क्वालीफायर में नेपाल और ओमान ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट के मुख्य चरण में अपनी जगह पक्की कर ली है। अब आखिरी स्थान के लिए यूएई, जापान और कतर के बीच जबरदस्त मुकाबला चल रहा है। भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में यह टूर्नामेंट क्रिकेट के नए अध्याय लिखने को तैयार है।
नेपाल क्रिकेट टीम ने अपने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन से यह साबित कर दिया कि वह अब सिर्फ एसोसिएट टीम नहीं बल्कि एक उभरती हुई क्रिकेट शक्ति है। टीम ने क्वालीफायर के दौरान बेहतरीन ऑलराउंड खेल दिखाया। कप्तान रोहित पौडेल की अगुवाई में नेपाल ने फाइनल मुकाबले में कतर को हराकर टूर्नामेंट में अपनी जगह सुनिश्चित की। इस जीत के साथ नेपाल ने लगातार दूसरी बार टी20 विश्व कप में एंट्री ली है, जो इस छोटे हिमालयी देश के लिए बड़ी उपलब्धि है।
वहीं दूसरी ओर, ओमान ने भी अपने अनुभव और अनुशासित प्रदर्शन के दम पर क्वालीफिकेशन हासिल किया। ओमान ने सेमीफाइनल में यूएई को रोमांचक मुकाबले में मात देकर टूर्नामेंट में जगह पक्की की। कप्तान जीशान मकसूद के नेतृत्व में टीम ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों विभागों में शानदार संतुलन दिखाया। ओमान की टीम पहले भी टी20 विश्व कप 2016 और 2021 में हिस्सा ले चुकी है, लेकिन इस बार उनके इरादे और मजबूत नजर आ रहे हैं।
अब बात करते हैं उस तीसरे स्थान की, जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। एशिया क्षेत्र से एक और टीम को मुख्य टूर्नामेंट में शामिल किया जाना है और इसके लिए यूएई, जापान और कतर के बीच जबरदस्त जंग जारी है। इन तीनों टीमों के प्रदर्शन ने क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान खींचा है, खासकर जापान की टीम का, जिसने हाल के वर्षों में क्रिकेट में तेजी से प्रगति की है।
यूएई, जो लंबे समय से एसोसिएट क्रिकेट का एक मजबूत स्तंभ रहा है, अपने अनुभव और मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप के दम पर इस रेस में आगे माना जा रहा है। वहीं, जापान की टीम युवा खिलाड़ियों से सजी है जिन्होंने क्वालीफायर के शुरुआती मैचों में शानदार खेल दिखाया। कतर ने भी अपने घरेलू खिलाड़ियों के दम पर कई मैचों में चौंकाने वाले नतीजे दिए हैं।
आईसीसी (ICC) के अधिकारियों के अनुसार, अंतिम स्थान के लिए मुकाबला अगले सप्ताह तक जारी रहेगा, जिसके बाद टी20 विश्व कप 2026 की सभी 20 टीमों की सूची घोषित की जाएगी। इस बार टूर्नामेंट का प्रारूप भी थोड़ा बदला गया है। इसमें चार ग्रुप्स में पांच-पांच टीमें होंगी, और प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो टीमें सुपर-12 चरण में प्रवेश करेंगी।
भारत और श्रीलंका संयुक्त रूप से इस टूर्नामेंट की मेजबानी करेंगे। आईसीसी ने पहले ही इस बात की पुष्टि कर दी है कि भारत में अधिकांश मैच खेले जाएंगे, जबकि शुरुआती ग्रुप मुकाबले श्रीलंका में आयोजित होंगे। यह पहली बार होगा जब श्रीलंका और भारत संयुक्त रूप से किसी विश्व कप की मेजबानी करेंगे।
क्रिकेट विशेषज्ञों के अनुसार, नेपाल और ओमान की क्वालीफिकेशन एशियाई क्रिकेट के लिए बहुत बड़ी खबर है। इन देशों के खिलाड़ियों में अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का आत्मविश्वास बढ़ा है। नेपाल क्रिकेट संघ (CAN) ने इस मौके पर बयान जारी करते हुए कहा, “यह जीत हमारे खिलाड़ियों की मेहनत, कोचिंग स्टाफ के समर्पण और देश के क्रिकेट प्रेमियों के समर्थन की वजह से संभव हुई है। अब हमारा लक्ष्य सुपर-12 में पहुंचना है।”
दूसरी ओर, ओमान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष पंकज खिमजी ने कहा, “हमारी टीम ने साबित कर दिया कि सीमित संसाधनों के बावजूद मेहनत और रणनीति से बड़ी उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं। यह क्वालीफिकेशन ओमान क्रिकेट के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ता है।”
नेपाल और ओमान दोनों देशों में क्रिकेट को लेकर जबरदस्त उत्साह है। नेपाल में तो फाइनल जीत के बाद सड़कों पर जश्न का माहौल देखने को मिला। सोशल मीडिया पर “#NepalInWorldCup” ट्रेंड कर रहा है। वहीं ओमान में भी खिलाड़ियों का स्वागत पारंपरिक ढोल-नगाड़ों और फूल मालाओं से किया गया।
अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि तीसरे स्थान के लिए किस देश की टीम टी20 विश्व कप 2026 में खेलने का सपना पूरा कर पाती है। यूएई, जापान और कतर के बीच होने वाले मुकाबले अब न केवल क्रिकेट के तकनीकी कौशल की परीक्षा होंगे, बल्कि यह एशियाई क्रिकेट के भविष्य की दिशा भी तय करेंगे।
आईसीसी सूत्रों के अनुसार, विजेता टीम की घोषणा आगामी सप्ताह के अंत तक कर दी जाएगी, और इसके साथ ही 2026 विश्व कप का पूरा शेड्यूल भी जारी किया जाएगा। उम्मीद है कि यह टूर्नामेंट क्रिकेट के विकासशील देशों के लिए एक बड़ा मंच बनेगा, जहां नई टीमें अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर पाएंगी।
भारत और श्रीलंका में आयोजित होने जा रहे इस टूर्नामेंट में क्रिकेट के नए सितारे उभर सकते हैं। नेपाल और ओमान की सफलता इस बात का प्रमाण है कि क्रिकेट अब सिर्फ पारंपरिक देशों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह खेल दुनिया के कोने-कोने तक अपनी पहुंच बना रहा है।