




दिवाली का पर्व आते ही संपूर्ण देश में हर्ष और उल्लास का माहौल बन गया है। लेकिन इस बार का दीपोत्सव खास है, क्योंकि यह अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के बाद पहली बड़ी दिवाली है। लाखों श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए रामनगरी पहुंचने की तैयारी में हैं। श्रद्धालुओं की इसी सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक नया डिजिटल कदम उठाया है — ‘दिव्य अयोध्या’ मोबाइल ऐप।
यह ऐप अयोध्या की यात्रा को सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बताया कि यह मोबाइल एप्लिकेशन न केवल श्रद्धालुओं को यात्रा मार्गदर्शन देगा, बल्कि उन्हें रियल-टाइम ट्रैफिक अपडेट, पार्किंग की जानकारी, होटल बुकिंग, और प्रमुख मंदिरों के दर्शन समय जैसी अहम जानकारियां भी उपलब्ध कराएगा।
हर साल दीपोत्सव के समय अयोध्या में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस वर्ष प्रभु श्रीराम मंदिर के उद्घाटन के बाद आने वाले भक्तों की संख्या कई गुना अधिक होने की संभावना है। ऐसे में ट्रैफिक प्रबंधन, आवास व्यवस्था और सुरक्षा जैसे विषय प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनते हैं। इसी को देखते हुए यह ऐप “डिजिटल अयोध्या” पहल के अंतर्गत तैयार किया गया है।
‘दिव्य अयोध्या’ ऐप को अयोध्या स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने विकसित किया है। ऐप के माध्यम से श्रद्धालु न केवल अपनी यात्रा की योजना बना सकेंगे, बल्कि यह भी देख पाएंगे कि किस मार्ग से मंदिर परिसर तक पहुंचना आसान रहेगा। इसमें GPS-आधारित नेविगेशन सिस्टम जोड़ा गया है, जो यात्रियों को भीड़-भाड़ वाले मार्गों से बचते हुए सुरक्षित रास्ते की जानकारी देता है।
ऐप में एक खास फीचर “वर्चुअल दर्शन” भी जोड़ा गया है। जो भक्त किसी कारणवश अयोध्या नहीं पहुंच सकते, वे घर बैठे प्रभु श्रीराम के दर्शन कर सकते हैं। यह फीचर हाई-डेफिनिशन लाइव स्ट्रीमिंग के साथ जोड़ा गया है, जिससे दूर-दराज के भक्त भी इस पवित्र अवसर का हिस्सा बन सकेंगे।
इसके अलावा, ऐप पर श्रद्धालु अयोध्या के अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों जैसे हनुमानगढ़ी, कनक भवन, सरयू घाट, और दशरथ महल की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। यहां तक कि ऐप यह भी बताएगा कि किस समय कौन-से कार्यक्रम, आरती या सांस्कृतिक आयोजन हो रहे हैं।
अयोध्या प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। दिव्य अयोध्या ऐप को इसी सोच के तहत विकसित किया गया है। यह न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि उपयोग में बेहद सरल भी है। कोई भी व्यक्ति इसे गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकता है।”
ऐप के लॉन्च के साथ ही राज्य सरकार ने ट्रैफिक पुलिस, नगर निगम और पर्यटन विभाग के साथ मिलकर अयोध्या शहर में डिजिटल संकेतक बोर्ड भी लगाए हैं, जो ऐप के साथ सिंक होकर लाइव दिशा और पार्किंग की स्थिति दिखाएंगे। इससे यात्रियों को रीयल-टाइम में जानकारी मिलेगी कि कौन-सा मार्ग सुगम है और कहां ट्रैफिक जाम की स्थिति है।
दिव्य अयोध्या ऐप में एक और महत्वपूर्ण सुविधा जोड़ी गई है — आपातकालीन सेवा बटन (Emergency SOS)। अगर कोई श्रद्धालु किसी भी तरह की आपात स्थिति में फंसता है, तो एक क्लिक में वह पुलिस, स्वास्थ्य सेवा या प्रशासन से सहायता प्राप्त कर सकता है।
ऐप में भोजनालयों और धार्मिक प्रसाद केंद्रों की भी जानकारी दी गई है। उपयोगकर्ता यह देख सकते हैं कि कौन-सा रेस्टोरेंट या प्रसाद केंद्र उनके निकटतम स्थान पर उपलब्ध है। इसके साथ ही, ऐप उपयोगकर्ताओं को यह भी बताता है कि किस समय कौन-से घाट या मंदिर सबसे कम भीड़ वाले हैं, ताकि वे अपने दर्शन का समय सही तरह से तय कर सकें।
अयोध्या में दीपोत्सव के अवसर पर इस बार 51 लाख से अधिक दीये जलाने का लक्ष्य रखा गया है। पूरा शहर सुनहरे प्रकाश से नहाने को तैयार है। ऐसे में ‘दिव्य अयोध्या’ ऐप यात्रियों के लिए न केवल यात्रा गाइड बनेगा, बल्कि यह एक ‘डिजिटल साथी’ की तरह उनकी यात्रा को यादगार और सुरक्षित बनाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कहा है कि अयोध्या को विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। ‘दिव्य अयोध्या’ ऐप इसी दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है, जो तकनीक और अध्यात्म को एक साथ जोड़ता है।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में इस ऐप में और भी सुविधाएँ जोड़ी जाएंगी, जैसे कि होटल बुकिंग पोर्टल, ई-गाइड टूर सिस्टम और डिजिटल भुगतान सुविधा। इसका उद्देश्य अयोध्या को “स्मार्ट स्पिरिचुअल सिटी” के रूप में स्थापित करना है।
दिवाली के इस शुभ अवसर पर जब अयोध्या दीपों से जगमगा रही होगी, तब यह ऐप देशभर के भक्तों के लिए रामनगरी की राह को और भी ‘दिव्य’ बना देगा।