




उत्तर प्रदेश में एक दर्दनाक ट्रेन हादसे ने लोगों के दिलों को झकझोर दिया। इस हादसे में एक किशोरी का ट्रेन से गिरने के कारण उसके दोनों पैर कट गए, जबकि पिता भी उसे बचाने के प्रयास में गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के समय मंजर इतना भयानक था कि बच्ची चीखते हुए मदद की गुहार लगाती रही और उसके घायल पिता को देखने के बाद उसकी चीखें और भी तेज़ हो गईं।
घटना उस समय हुई जब बच्ची और उसके पिता ट्रेन के पास से गुजर रहे थे। ट्रेन अचानक चल पड़ी और बच्ची की पकड़ ढीली हो गई। गिरने के तुरंत बाद लड़की की चपेट में ट्रेन का पहिया आ गया, जिससे उसके दोनों पैर पंजों के पास से कट गए। पिता तुरंत उसके पास कूदे ताकि बेटी को बचा सकें, लेकिन इस प्रयास में वे भी ट्रेन के नीचे आ गए और गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने चीख-पुकार सुनकर मदद के लिए दौड़ लगाई। आनन-फानन में ट्रेन रोकी गई और घायल पिता-बेटी को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बच्ची की हालत को गंभीर बताया और कहा कि उसके पैर की चोट इतनी गंभीर है कि विशेषज्ञों की टीम तत्काल सर्जरी कर रही है। पिता की स्थिति भी चिंताजनक बताई जा रही है और उन्हें भी ऑपरेशन में रखा गया है।
घटना के गवाहों ने बताया कि बच्ची हादसे के समय केवल चीखती रही और बार-बार अपने पिता की मदद करने की गुहार लगाती रही। यह दृश्य काफी दर्दनाक था। लोग हतप्रभ रह गए और आसपास के लोग घायल पिता-बेटी को बचाने में जुट गए।
रेलवे अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की है और बताया कि हादसे की वजह ट्रेन के पास असावधानी से चलना और सुरक्षा नियमों का पालन न करना था। रेलवे प्रशासन ने कहा कि उन्होंने घटनास्थल पर सुरक्षा बढ़ाने और भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने की योजना बनाई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि रेलवे ट्रैक के आसपास सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। बच्चों और बुजुर्गों को रेल मार्ग के पास सुरक्षित दूरी पर रहना चाहिए। हादसे में घायल होने वाले अधिकांश लोग नियमों की अनदेखी के कारण गंभीर रूप से चोटिल होते हैं।
स्थानीय प्रशासन ने इस दर्दनाक हादसे की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि घटना की सटीक वजहों का पता लगाया जाएगा और जिम्मेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, रेल सुरक्षा और लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।