




धनतेरस 2025 के दिन सोना-चांदी खरीदने वालों के लिए सुबह-सुबह राहत की खबर आई है। इस शुभ अवसर पर सोने और चांदी दोनों के दामों में गिरावट दर्ज की गई है। ऐसे में ग्राहकों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है, क्योंकि त्योहारों के दौरान जब कीमतें बढ़ने की उम्मीद होती है, तब सोना सस्ता होना किसी तोहफे से कम नहीं है।
इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, शनिवार सुबह 10 बजे 999 शुद्धता वाले सोने की कीमत में ₹1294 प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई। इस गिरावट के बाद सोना ₹1,29,580 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, 22 कैरेट सोना भी करीब ₹1,18,750 प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हुआ है।
चांदी की बात करें तो इसमें भी कमी देखने को मिली है। आज चांदी ₹1,03,000 प्रति किलोग्राम के करीब ट्रेड कर रही है, जो पिछले कारोबारी सत्र की तुलना में ₹800 से ₹1000 कम है। बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, सोना और चांदी के दामों में यह गिरावट अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई नरमी और डॉलर इंडेक्स में कमजोरी की वजह से देखने को मिल रही है।
दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद और चेन्नई के प्रमुख सराफा बाजारों में आज सुबह से ही ग्राहकों की भीड़ देखी जा रही है। लोग धनतेरस के शुभ मुहूर्त में सोना-चांदी, सिक्के और आभूषण खरीदने पहुंचे हैं। कीमतों में गिरावट के चलते बाजारों में रौनक और बढ़ गई है।
दिल्ली के करोल बाग के ज्वैलर पंकज अग्रवाल बताते हैं, “सुबह से ही खरीदारों की लाइन लगी हुई है। लोगों में खासा उत्साह है क्योंकि सोने की कीमतों में गिरावट आई है। ज्यादातर ग्राहक छोटे गहने, चूड़ियां, ब्रेसलेट और सिक्के खरीद रहे हैं। इस बार डिजिटल गोल्ड की खरीदारी में भी 15 प्रतिशत बढ़ोतरी देखी जा रही है।”
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने के दामों में यह गिरावट अस्थायी है। अगले कुछ दिनों में बाजार में फिर से तेजी आ सकती है क्योंकि नवंबर-दिसंबर में शादी-ब्याह का सीजन आने वाला है। उस समय निवेश और उपभोग दोनों की मांग में इजाफा होने की संभावना है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो COMEX पर सोना 4,355 डॉलर प्रति औंस के आसपास ट्रेड कर रहा है, जबकि चांदी 51 डॉलर प्रति औंस पर बनी हुई है। अमेरिकी बाजारों में ब्याज दरों के स्थिर रहने और डॉलर की कमजोरी के चलते निवेशक फिलहाल सुरक्षित निवेश विकल्पों में रुचि दिखा रहे हैं।
IBJA के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में सोने की कीमतों में करीब ₹2,500 प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है। इससे पहले, अक्टूबर के पहले सप्ताह में सोना ₹1,32,000 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया था। इस गिरावट ने त्योहारी सीजन में खरीदारों को बड़ी राहत दी है।
भारत में धनतेरस को समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन सोना, चांदी या धातु की वस्तु खरीदने से पूरे साल घर में लक्ष्मी का वास रहता है। यही वजह है कि लाखों लोग आज के दिन कुछ न कुछ खरीदना शुभ मानते हैं।
दिल्ली के सराफा बाजार से लेकर मुंबई के झवेरी बाजार, कोलकाता के बराबाजार और चेन्नई के टीनगर तक ग्राहकों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। लोग पारंपरिक और आधुनिक दोनों तरह के डिजाइन वाले आभूषण खरीद रहे हैं। कई दुकानों पर ‘धनतेरस ऑफर’ के तहत 5 से 10 प्रतिशत तक की छूट भी दी जा रही है।
विश्लेषक यह भी बता रहे हैं कि सोने में निवेश का यह समय दीर्घकालिक निवेशकों के लिए सही साबित हो सकता है। अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो यह गिरावट आपके लिए अवसर बन सकती है। कीमतें अभी थोड़ी नीचे हैं और अगले कुछ महीनों में इनके फिर से बढ़ने की पूरी संभावना है।
वहीं, डिजिटल गोल्ड और गोल्ड ETFs की खरीदारी में भी इस बार उछाल आया है। युवा निवेशक पारंपरिक गहनों के बजाय इन आधुनिक विकल्पों को अपना रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बदलाव से भारत का सोना बाजार और मजबूत होगा।
त्योहारी माहौल में सोने-चांदी की इस गिरावट ने उपभोक्ताओं को तोहफा दिया है। सुबह-सुबह आई यह खबर बाजार में उत्साह भर रही है। दुकानदारों के मुताबिक, इस बार धनतेरस पर बिक्री पिछले साल की तुलना में 25 से 30 प्रतिशत अधिक रहने की उम्मीद है।
भारत में जब-जब सोने की कीमतों में नरमी आई है, तब-तब लोगों ने इसका स्वागत उत्साह के साथ किया है। इस बार भी हालात कुछ ऐसे ही हैं — कीमतें नीचे, त्योहार ऊपर और बाजार में खुशियों की बौछार। धनतेरस 2025 का यह दिन उन सभी के लिए सुनहरा मौका बन गया है जो समृद्धि और शुभता का प्रतीक सोना अपने घर लाना चाहते हैं।