




भारतीय महिला क्रिकेट ने एक बार फिर दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस बार यह करिश्मा किया है टीम इंडिया की उभरती बल्लेबाज किरण नवगिरे ने, जिन्होंने अपने दमदार प्रदर्शन से क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया। उन्होंने महज 34 गेंदों पर शतक जड़कर महिला क्रिकेट में सबसे तेज सेंचुरी का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला। उनके इस धमाकेदार शतक में 14 चौके और 7 छक्के शामिल रहे, जिससे मैदान पर हर कोई दंग रह गया।
किरण नवगिरे का यह तूफानी प्रदर्शन घरेलू टूर्नामेंट के दौरान देखने को मिला, जहां उन्होंने विपक्षी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं। शुरुआत से ही उनके बल्ले से गगनचुंबी छक्के और शानदार चौके निकल रहे थे। जैसे-जैसे उनका स्कोर बढ़ता गया, दर्शक खड़े होकर तालियां बजाते रहे। जब उन्होंने 34वीं गेंद पर शतक पूरा किया, तो पूरा स्टेडियम उनके नाम के नारे लगाने लगा।
किरण का यह रिकॉर्ड सिर्फ एक पारी नहीं, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक पल बन गया है। इससे पहले किसी महिला बल्लेबाज ने इतनी कम गेंदों में शतक नहीं लगाया था। उन्होंने कई दिग्गज अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है, जिसमें इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की शीर्ष महिला बल्लेबाजों के नाम शामिल हैं।
किरण नवगिरे ने अपनी पारी में जबरदस्त आत्मविश्वास और ताकत का प्रदर्शन किया। हर गेंद को पढ़ने की उनकी क्षमता और शॉट सिलेक्शन ने दिखा दिया कि वह अब भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य हैं। उनके खेल में वह निडरता झलकती है, जो बड़े खिलाड़ियों में दिखाई देती है। इस पारी के बाद सोशल मीडिया पर उनकी तारीफों की बाढ़ आ गई।
फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स दोनों ने किरण की तुलना वीरेंद्र सहवाग और सूर्यकुमार यादव जैसे आक्रामक बल्लेबाजों से की। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की महिला इकाई ने भी उनके इस शानदार रिकॉर्ड की आधिकारिक घोषणा की और ट्वीट कर बधाई दी। बीसीसीआई ने लिखा —
“किरण नवगिरे — नाम याद रखिए! 34 गेंदों में शतक… भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास का गौरवपूर्ण पल।”
किरण नवगिरे मूल रूप से महाराष्ट्र के लातूर जिले की रहने वाली हैं, लेकिन उन्होंने नागालैंड की ओर से खेलते हुए क्रिकेट में अपनी नई पहचान बनाई। उनका क्रिकेट सफर संघर्षों से भरा रहा है। एक छोटे से गांव से निकलकर उन्होंने आज वह मुकाम हासिल किया है, जहां पहुंचने का सपना कई खिलाड़ी देखते हैं।
एक समय था जब किरण को क्रिकेट खेलने के लिए जरूरी सुविधाएं तक नहीं मिल पाती थीं। वह खुद अपनी किट लेकर स्थानीय मैदानों में अभ्यास करती थीं। लेकिन उनका सपना था कि एक दिन भारत का नाम रोशन करें। और आज उन्होंने उस सपने को हकीकत में बदल दिया है।
उनकी कोचिंग टीम का कहना है कि किरण में हमेशा से एक आक्रामक बल्लेबाज की झलक थी। उन्हें पावर हिटर के रूप में तैयार किया गया, और आज वही स्टाइल उनकी पहचान बन गई है। उनके कोच ने कहा —
“किरण की मेहनत और लगन बेमिसाल है। वे मैदान पर पूरी ताकत से उतरती हैं और हर गेंद को अवसर की तरह देखती हैं। उनका यह रिकॉर्ड आने वाली पीढ़ी के खिलाड़ियों को प्रेरित करेगा।”
किरण के इस शानदार प्रदर्शन के बाद क्रिकेट जगत में एक बार फिर महिला खिलाड़ियों की प्रतिभा पर चर्चा शुरू हो गई है। कई पूर्व क्रिकेटर्स ने कहा कि अब वह समय आ गया है जब महिला क्रिकेट को पुरुष क्रिकेट के बराबर सम्मान और मंच दिया जाए।
फैंस ने सोशल मीडिया पर किरण के नाम हैशटैग ट्रेंड कर दिया — #KiranNavgire #FastestCentury #IndianPride। कई यूजर्स ने लिखा कि यह “नया भारत की नई नारी शक्ति” का प्रतीक है।
किरण नवगिरे ने मैच के बाद कहा,
“मेरा सपना हमेशा से था कि मैं ऐसा खेल दिखाऊं जिससे देश का नाम ऊंचा हो। यह रिकॉर्ड सिर्फ मेरा नहीं, हर उस लड़की का है जो क्रिकेट खेलने का सपना देखती है।”
उनके इस बयान ने हर किसी का दिल जीत लिया।
आज किरण नवगिरे सिर्फ एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि प्रेरणा बन चुकी हैं। उन्होंने साबित कर दिया कि जुनून, मेहनत और आत्मविश्वास के साथ कुछ भी संभव है। महिला क्रिकेट की दुनिया में यह वह पल है जिसे आने वाले वर्षों तक याद रखा जाएगा — क्योंकि इस दिन भारत की एक बेटी ने बल्ले से इतिहास लिखा।