




दिवाली के इस पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और उनके उत्तम स्वास्थ्य तथा दीर्घायु की कामना की। यह मुलाकात सौहार्द और परंपरा से भरे उस पल की झलक थी, जब देश के शीर्ष नेतृत्व ने एक साथ राष्ट्र को एकता और सद्भाव का संदेश दिया।
राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में हुई यह भेंट औपचारिकता से कहीं अधिक एक आत्मीय मुलाकात रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मू को पुष्पगुच्छ भेंट कर दीपावली की शुभकामनाएं दीं। दोनों नेताओं के बीच राष्ट्र के विकास, सामाजिक एकता और जनता के कल्याण से जुड़ी कई अहम विषयों पर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने इस मौके पर देश के विभिन्न हिस्सों में चल रही विकास परियोजनाओं की जानकारी भी साझा की और राष्ट्रपति से मार्गदर्शन प्राप्त किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह त्योहार देश की विविधता में एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि दीपावली को स्वच्छता, सद्भाव और सकारात्मक ऊर्जा के साथ मनाएं। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री के माध्यम से सभी नागरिकों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह त्योहार अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है, जो हर व्यक्ति के जीवन में नई उम्मीद और ऊर्जा भरता है।
इससे पहले, दिन में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके परिवार ने भी राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें दिवाली की बधाई दी। दोनों नेताओं के बीच देश की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति पर सौहार्दपूर्ण चर्चा हुई। कोविंद ने राष्ट्रपति मुर्मू को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश को उनके नेतृत्व पर गर्व है और उनके कार्यकाल में भारत ने सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भेंट की और उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने दिल्ली में चल रही विकास परियोजनाओं और त्योहार के दौरान सुरक्षा प्रबंधों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने राष्ट्रपति को भरोसा दिलाया कि दिल्ली सरकार पर्यावरण की दृष्टि से जिम्मेदार और सुरक्षित दिवाली सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
राष्ट्रपति भवन में दिवाली के अवसर पर विशेष सजावट की गई थी। मुख्य द्वार से लेकर अशोक हॉल तक दीयों की पंक्तियों ने पूरे परिसर को रोशनी से नहला दिया था। फूलों की सजावट, पारंपरिक रांगोली और सुरक्षा कर्मियों की पारंपरिक वेशभूषा ने माहौल को और भी गरिमामय बना दिया। राष्ट्रपति भवन के कर्मचारी और उनके परिवार भी इस उत्सव में शामिल हुए और पारंपरिक मिठाइयों के साथ दीपावली का आनंद लिया।
इस मुलाकात ने यह संदेश भी दिया कि भारतीय लोकतंत्र में परंपरा और संवैधानिक जिम्मेदारियां कितनी सुंदरता से एक दूसरे के साथ जुड़ी हैं। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की यह भेंट केवल एक औपचारिक मुलाकात नहीं थी, बल्कि यह भारतीय शासन प्रणाली के उस मानवीय पक्ष को दर्शाती है, जो जनता के हित और राष्ट्र के उत्थान को सर्वोपरि रखता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर देशवासियों के लिए सोशल मीडिया पर एक संदेश भी साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “दीपावली का यह पर्व हर घर में सुख, समृद्धि और शांति लेकर आए। आइए, हम सब मिलकर प्रकाश के इस पर्व को एकता, सौहार्द और देशभक्ति की भावना के साथ मनाएं।”
राष्ट्रपति मुर्मू ने भी अपने संदेश में कहा, “दीपों का यह त्योहार अंधकार पर प्रकाश, असत्य पर सत्य और निराशा पर आशा की विजय का प्रतीक है। हम सभी को इस अवसर पर समाज में प्रेम, करुणा और सद्भाव के दीप जलाने चाहिए।”
इस मुलाकात और दिवाली की शुभकामनाओं के साथ राष्ट्रपति भवन में एक सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण रहा। भारत के दो सर्वोच्च संवैधानिक पदों पर आसीन नेताओं का यह स्नेहपूर्ण मिलन न केवल राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह देश के नागरिकों के लिए प्रेरणा का भी स्रोत बना।
जैसे-जैसे दीपों की रोशनी ने देश को आलोकित किया, वैसे ही यह मुलाकात भारतीय लोकतंत्र की उजली परंपराओं को एक बार फिर जीवंत करती दिखाई दी।