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राजस्थान के उप मुख्यमंत्री (डिप्टी सीएम) ने आज सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में जयपुर व्यापार महासंघ, हेरिटेज नगर निगम और ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों के साथ एक सार्थक बैठक आयोजित की। बैठक का मुख्य उद्देश्य चार दिवारी क्षेत्र में व्याप्त प्रमुख समस्याओं — जैसे अवैध अतिक्रमण, पार्किंग व्यवस्था, ई-रिक्शा संचालन, अपराध नियंत्रण और स्वच्छता सुधार — पर विस्तृत चर्चा करना और समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाना था।
बैठक में चार दिवारी क्षेत्र की व्यापारिक गतिविधियों को अधिक सुचारू और संगठित ढंग से संचालित करने पर विशेष ध्यान दिया गया। साथ ही, आम नागरिकों और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न सुझावों पर विचार-विमर्श हुआ। डिप्टी सीएम ने अधिकारियों और व्यापारिक संगठनों से कहा कि “चार दिवारी क्षेत्र न केवल जयपुर की ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि यह शहर की पहचान भी है। इसके संरक्षण और विकास के लिए सभी विभागों का समन्वित प्रयास आवश्यक है।”
व्यापार महासंघ के पदाधिकारियों ने इस अवसर पर शहर की सुंदरता और उसके मूल स्वरूप को बनाए रखने से संबंधित कई महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि चार दिवारी क्षेत्र की संकरी गलियों और बाजारों में ट्रैफिक जाम, अवैध पार्किंग और अतिक्रमण जैसी समस्याएं व्यापार और पर्यटन दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए स्थानीय प्रशासन को ठोस कदम उठाने होंगे।
बैठक में यह भी तय हुआ कि चार दिवारी क्षेत्र में पार्किंग व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए स्मार्ट पार्किंग समाधान लागू किए जाएंगे। साथ ही, ई-रिक्शा संचालन के लिए एक निश्चित मार्ग (रूट चार्ट) और नियमन प्रणाली बनाई जाएगी ताकि यातायात सुचारू रूप से चल सके और पैदल यात्रियों को परेशानी न हो।
स्वच्छता सुधार को लेकर हेरिटेज नगर निगम की आयुक्त श्रीमती निधि पटेल ने बताया कि निगम की टीमें नियमित रूप से सफाई कार्यों का निरीक्षण कर रही हैं। आने वाले समय में सफाई व्यवस्था को और आधुनिक बनाने के लिए स्मार्ट डस्टबिन और वैक्यूम क्लीनिंग सिस्टम लागू किए जाएंगे।
डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि चार दिवारी क्षेत्र में अवैध अतिक्रमणों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और साथ ही व्यापारियों को वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए ताकि व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित न हों। उन्होंने कहा कि “सरकार का उद्देश्य विकास के साथ-साथ परंपरा और सांस्कृतिक विरासत को भी सहेजना है। इसलिए किसी भी सुधार कार्य में जनता और व्यापारिक समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित की जानी चाहिए।”
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि जयपुर को एक विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए चार दिवारी क्षेत्र की आकर्षकता बढ़ाई जाएगी। इस दिशा में बाजारों के सौंदर्यीकरण, एकरूप साइनबोर्ड, पारंपरिक लाइटिंग और हेरिटेज वॉक जैसी योजनाओं पर विचार किया गया।
इस बैठक में जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष श्री सुभाष गोयल, महामंत्री श्री सुरेश सैनी, कोषाध्यक्ष श्री सचिन गुप्ता, जौहरी बाजार व्यापार मंडल अध्यक्ष श्री अजय अग्रवाल, त्रिपोलिया व्यापार मंडल अध्यक्ष श्री राजेंद्र गुप्ता, चौड़ा रास्ता व्यापार मंडल अध्यक्ष श्री विवेक भारद्वाज, और श्री विष्णु शर्मा सहित अन्य व्यापारी नेता उपस्थित रहे। वहीं प्रशासन की ओर से हेरिटेज नगर निगम आयुक्त श्रीमती निधि पटेल और एडिशनल डीसीपी (नॉर्थ) ट्रैफिक ने बैठक में भाग लिया।
बैठक के अंत में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि “जयपुर का चार दिवारी क्षेत्र हमारी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है। इसका संरक्षण और विकास सरकार की प्राथमिकता है। व्यापारियों, प्रशासन और नागरिकों के सहयोग से हम इसे एक आदर्श व्यापारिक एवं पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करेंगे।”
बैठक में तय हुआ कि अगले चरण में संबंधित विभागों की एक संयुक्त समिति बनाई जाएगी जो क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं के स्थायी समाधान की दिशा में ठोस सुझाव और कार्ययोजना तैयार करेगी।
चार दिवारी क्षेत्र से जुड़े व्यापारियों और नागरिकों ने इस बैठक को “सकारात्मक पहल” बताते हुए कहा कि इससे जयपुर की ऐतिहासिक गलियों और बाजारों को नई पहचान मिलेगी और आमजन के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित होंगी।








