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केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष रणनीतिकार अमित शाह ने सोमवार को मुंबई में बीजेपी के महाराष्ट्र प्रदेश कार्यालय की नई इमारत की आधारशिला रखी। दक्षिण मुंबई के चर्चगेट स्टेशन के पास आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
इस मौके पर अमित शाह ने महाराष्ट्र की राजनीति में बीजेपी की स्वतंत्र शक्ति को रेखांकित करते हुए विपक्ष पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा, “बीजेपी को महाराष्ट्र में किसी बैसाखी की जरूरत नहीं है। हम अपने बूते पर आगे बढ़ने और जीत हासिल करने में सक्षम हैं। हमारे कार्यकर्ता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं।”
अमित शाह के इस बयान को राजनीतिक हलकों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब राज्य में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) के बीच सत्ता साझा करने को लेकर लगातार चर्चाएं चल रही हैं। शाह ने बिना किसी का नाम लिए विपक्षी दलों को निशाने पर लेते हुए कहा कि “बीजेपी अवसरवादी राजनीति नहीं करती। हम सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी हैं। महाराष्ट्र में पार्टी की जड़ें जनता के विश्वास और संगठन की मेहनत पर टिकी हैं, किसी गठबंधन पर नहीं।”
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी महाराष्ट्र में विकास की राजनीति कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दस वर्षों में बीजेपी ने महाराष्ट्र को नई दिशा दी है — चाहे वह बुनियादी ढांचे का विस्तार हो, उद्योगों में निवेश हो या किसानों के हितों की रक्षा। शाह ने कहा कि “बीजेपी ने राज्य के हर कोने में अपनी पहुंच बनाई है। आज महाराष्ट्र के गांव-गांव में बीजेपी का कार्यकर्ता समाजसेवा के माध्यम से जनता के बीच काम कर रहा है।”
अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि नया प्रदेश कार्यालय सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि संगठन की शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “यह भवन आने वाली पीढ़ियों को यह संदेश देगा कि जब तक कार्यकर्ता सक्रिय हैं, तब तक कोई ताकत बीजेपी को रोक नहीं सकती।”
इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) का गठबंधन महाराष्ट्र के विकास के लिए बना है, न कि सत्ता के लिए। उन्होंने कहा कि अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी की दिशा में राज्य तेजी से प्रगति की राह पर बढ़ रहा है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मौके पर कहा कि मुंबई का यह नया कार्यालय संगठन के विस्तार का नया अध्याय साबित होगा।
वहीं, विपक्षी दलों ने अमित शाह के बयान को राजनीतिक चाल बताया है। कांग्रेस और उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने आरोप लगाया कि बीजेपी सत्ता के लिए सहयोगी दलों का इस्तेमाल करती है और फिर उन्हें किनारे कर देती है। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा, “अमित शाह का बयान उस असुरक्षा का प्रतीक है जो बीजेपी के भीतर बढ़ती जा रही है। उन्हें पता है कि अकेले चुनाव लड़ने पर उनकी स्थिति कमजोर पड़ सकती है।”
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अमित शाह का यह बयान आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति का हिस्सा है। बीजेपी राज्य में खुद को एक मजबूत स्वतंत्र शक्ति के रूप में पेश करना चाहती है ताकि भविष्य में किसी भी राजनीतिक समीकरण में उसकी स्थिति निर्णायक बनी रहे।
बीजेपी के नए कार्यालय की इमारत मुंबई के नारायण दाभोलकर मार्ग पर बनाई जा रही है, जो शहर के सबसे प्रमुख इलाकों में से एक है। पार्टी ने बताया कि यह भवन आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जिसमें कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण केंद्र, प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल, डिजिटल कम्युनिकेशन यूनिट और बैठकों के लिए ऑडिटोरियम शामिल होंगे।
अमित शाह ने कार्यक्रम के अंत में पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे आने वाले चुनावों को ‘सेवा अभियान’ की तरह लें और हर बूथ तक बीजेपी की नीतियों को पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि “बीजेपी की असली ताकत दिल्ली या मुंबई के कार्यालयों में नहीं, बल्कि बूथ स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं में है।”
राजनीति के जानकारों का मानना है कि अमित शाह का यह दौरा बीजेपी की आगामी चुनावी तैयारियों का संकेत है। महाराष्ट्र में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी संगठन को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की दिशा में यह कदम अहम माना जा रहा है।








