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महिला विश्व कप 2025 के दूसरे सेमीफाइनल में आज भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आमने-सामने हैं। यह मुकाबला जितना रोमांचक है, उतना ही भावनात्मक भी बन गया जब दोनों टीमों की खिलाड़ी मैदान पर काली पट्टी बांधकर उतरीं। इस नजारे ने हर क्रिकेट प्रेमी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया और सवाल उठने लगे — आखिर क्या हुआ है जो दोनों टीमें शोक प्रकट कर रही हैं?
दरअसल, भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों टीमों ने यह मैच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और कोच ग्लेन मैकग्रा की पत्नी जेन मैकग्रा के निधन पर शोक जताने के लिए काली पट्टी बांधकर खेला। जेन मैकग्रा लंबे समय से कैंसर से जूझ रही थीं और हाल ही में उनका निधन हो गया। उनका नाम उन कुछ लोगों में शुमार है जिन्होंने महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया था।
जेन मैकग्रा की याद में ही हर साल ऑस्ट्रेलिया में “पिंक टेस्ट” खेला जाता है, जिसके जरिए फंड जुटाकर हजारों कैंसर पीड़ित महिलाओं की मदद की जाती है। उनके निधन की खबर से न केवल ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट समुदाय बल्कि पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई। इसी कारण भारत और ऑस्ट्रेलिया की खिलाड़ियों ने यह मैच काली पट्टी बांधकर खेला, ताकि मैदान पर उनके योगदान और याद को सम्मान दिया जा सके।
मैच शुरू होने से पहले दोनों टीमों ने मैदान पर दो मिनट का मौन रखा। ऑस्ट्रेलिया की कप्तान ने कहा, “जेन मैकग्रा हमारे लिए सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक प्रेरणा हैं। उन्होंने कैंसर के खिलाफ जंग को एक सामाजिक आंदोलन में बदला।” भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी कहा, “खेल सिर्फ जीत या हार का नाम नहीं है, बल्कि यह मानवता के संदेश को आगे बढ़ाने का माध्यम भी है। हम आज मैदान पर एकजुट होकर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।”
इस भावुक माहौल में जब दोनों टीमें मैदान पर उतरीं, तो दर्शकों ने भी तालियां बजाकर इस शोकाभिव्यक्ति को सम्मान दिया। सोशल मीडिया पर हजारों क्रिकेट प्रशंसकों ने #BlackArmband और #INDWvsAUSW जैसे हैशटैग के साथ पोस्ट साझा किए।
महिला विश्व कप 2025 का यह सेमीफाइनल मुकाबला वैसे तो बेहद अहम है, लेकिन इस बार जीत-हार से ज्यादा चर्चा खिलाड़ियों की इस संवेदनशील पहल की हो रही है। खेल इतिहास में ऐसे कई मौके आए हैं जब खिलाड़ियों ने किसी राष्ट्रीय या व्यक्तिगत दुख के प्रति एकजुट होकर शोक प्रकट किया है।
इससे पहले भी भारतीय टीम ने 2020 में पूर्व कप्तान Chetan Chauhan के निधन पर और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने Phillip Hughes की मौत के बाद काली पट्टी बांधकर मैच खेले थे। यह परंपरा खेल के उस मानवीय पहलू को दर्शाती है, जो खिलाड़ियों को केवल एथलीट नहीं बल्कि संवेदनशील इंसान के रूप में पहचान दिलाती है।
मैच की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। हालांकि शुरुआत में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए शुरुआती विकेट जल्दी गिरा दिए, लेकिन पूरा माहौल भावनाओं से भरा रहा। मैदान में मौजूद हर खिलाड़ी के चेहरे पर जेन मैकग्रा की याद झलक रही थी।
खेल पत्रकारों का कहना है कि यह सेमीफाइनल इतिहास में उस दिन के तौर पर याद किया जाएगा जब दो महान टीमों ने अपने प्रतिद्वंद्विता से ऊपर उठकर एक ऐसी महिला को सम्मान दिया जिसने लाखों लोगों को जीवन की उम्मीद दी थी।








