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महिला विश्व कप 2025 का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मुकाबले में टॉस का सिक्का ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में गिरा और टीम की कप्तान एलिसा हीली ने पहले बैटिंग करने का निर्णय लिया।
ऑस्ट्रेलिया इस टूर्नामेंट में अब तक अपने सभी मुकाबले जीत चुकी है और अंक तालिका में पहले स्थान पर रहकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया है। टीम के बैटिंग और गेंदबाजी विभाग दोनों में प्रदर्शन शानदार रहा है और खिलाड़ियों ने मैच की तैयारी पूरी कर रखी है। ऑस्ट्रेलिया की टीम अनुभवी खिलाड़ी और युवा प्रतिभाओं का शानदार मिश्रण है, जिससे भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला चुनौतीपूर्ण साबित होने वाला है।
वहीं भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस सेमीफाइनल में तीन बड़े बदलाव के साथ उतरी है। टीम की प्रमुख खिलाड़ी प्रतिका रावल चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गई हैं। उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ मैच में घुटने और टखने की चोट लगी थी। उनकी जगह टीम ने शैफाली वर्मा को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया है। शैफाली वर्मा की वापसी भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि वह पिछले कई टूर्नामेंट में अपनी बल्लेबाजी से टीम को मजबूती देती रही हैं।
इसके अलावा भारतीय टीम ने ऋचा घोष और क्रांति गौड़ को भी प्लेइंग इलेवन में शामिल किया है। ऋचा घोष की विकेटकीपिंग और तेजी से रन बनाने की क्षमता टीम की बैटिंग लाइनअप में संतुलन लाएगी। क्रांति गौड़ की जगह लेने से भारतीय गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों विभागों में नई रणनीति अपनाने की संभावना बढ़ गई है।
वहीं, भारतीय टीम से उमा और हरलीन देओल को बाहर करना पड़ा है। टीम मैनेजमेंट ने इन बदलावों के पीछे खिलाड़ियों की फिटनेस और मैच परिस्थितियों के आधार पर रणनीति तैयार की है। कप्तान हर्मनप्रीत कौर के नेतृत्व में भारतीय टीम पूरी तरह से मैच के लिए तैयार दिख रही है। उन्होंने पिछले मैचों में अनुभव और संयम से टीम को महत्वपूर्ण जीत दिलाई है।
सेमीफाइनल का यह मुकाबला दर्शकों के लिए बेहद रोमांचक होने वाला है। ऑस्ट्रेलिया ने अपने पिछले प्रदर्शन में सभी टीमों को मात दी है और उनका यह पहला टॉस जीतकर बैटिंग का फैसला दर्शाता है कि टीम दबदबे के साथ खेलना चाहती है। भारतीय टीम के लिए चुनौती यह होगी कि शुरुआती विकेट जल्दी न गवाएं और मध्यक्रम में मजबूत खेल दिखाएं।
विशेषज्ञों का मानना है कि शैफाली वर्मा की वापसी, ऋचा घोष और क्रांति गौड़ की मौजूदगी भारतीय टीम को संतुलन और रणनीतिक विविधता प्रदान करेगी। इसके अलावा गेंदबाजी विभाग में तेज गेंदबाज और स्पिनरों का सामंजस्य भी मैच के परिणाम को प्रभावित कर सकता है।
भारतीय फैंस की उम्मीदें टीम पर टिकी हुई हैं। पिछले टूर्नामेंट और इस विश्व कप में भारतीय महिला टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है और सेमीफाइनल में जगह बनाकर एक बार फिर अपनी क्षमता दिखाई है। ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के खिलाफ यह मुकाबला मानसिक और तकनीकी चुनौती दोनों प्रदान करेगा।
इस सेमीफाइनल मुकाबले के परिणाम का अनुमान लगाना मुश्किल है, लेकिन भारतीय टीम की रणनीति, खिलाड़ी की फिटनेस और खेल भावना निर्णायक साबित होगी। क्रिकेट प्रेमियों की नजरें इस मुकाबले पर टिकी हैं और स्टेडियम में दर्शक भारी संख्या में मौजूद हैं।








